हिस्टीरिया रोग मानसिक तनाव के कारण होता है। इसमें व्यक्ति को मिर्गी के समान दौरे पड़ते है। यह दौरे काफी तकलीफदेह होते है जिसमे व्यक्ति 24- 48 घंटो तक बेहोश रहता है। इसमें व्यक्ति को साँस लेने में भी कठिनाई होती है और साथ ही मुहं एवं दांत भी भींच लेता है। यह किसी भी वजह मन में पैदा हुए डर, सक्रिय न रहने और शारीरिक और मानसिक मेहनत न करने पर आदि कारणों की वजह से हिस्टीरिया रोग हो जाता है। इस रोग के सही समय पर इलाज न हो पाए तो यह किसी बड़ी बीमारी का रूप ले लेता है।आज हम आपको इस बीमारी से छुटकारा दिलाने के बारे में बतायेंगे तो आइये जानते इस बारे में...
# केले के तने का ताज़ा रस हिस्टीरिया के रोग को ठीक करने का अचूक नुस्खा है। रोजाना दिन में 3 बार एक एक गिलास केले के तने के ताज़े रस के सेवन से लाभ होता है।
# धनिया 25 ग्राम और सर्पगंधा 10 ग्राम मिलाकर बारीक़ चूर्ण बनाये। 1-2 ग्राम की मात्रा में रात्रि में सोते समय जल के साथ सेवन करे। इससे हिस्टीरिया के रोग में राहत मिलेगी।
# चुकन्दर के एक कप ताज़ा जूस में एक टी स्पून आवले का जूस मिलाकर प्रतिदिन सुबह पीना चाहिए। एक महीने तक इसका नियमित सेवन करने से हिस्टीरिया रोग का खात्मा किया जा सकता है।
# हिस्टीरिया के रोग में जब दौरे पड़ते है तो ऐसे में हिंग को सुंघाए इससे भी लाभ मिलता है।
# सर्पगंधा की जड़ का चूर्ण बनाकर एक ग्राम की मात्रा में सुबह शाम एक कप दूध के साथ सेवन करे और यह तब तक जारी रखे जब तक की हिस्टीरिया रोग पूरी तरह से खत्म न हो जाये।