आदतें जो हैं पुरुषों की प्रजनन क्षमता के लिए हो सकती है हानिकारक

स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के लिए महिला और पुरुष दोनों का स्वस्थ होना आवश्यक है। लेकिन कभी-कभी अच्छे स्वास्थ्य होने के बावजूद भी सही समय पर गर्भधारण करना कठिन हो जाता है। आपकी सोच के बाहर बहुत से ऐसे कारक हैं, जो आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं। गर्भधारण न कर पाने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। शुक्राणुओं के स्तर में कमी, अंडाणुओं की गुणवत्ता का कम होना और शुक्राणुओं का असक्रिय होना। एक अनुमान के अनुसार दस फीसदी जोड़ों को प्रजनन क्षमता में कमी की शिकायत हो सकती है। इसमें यह बात सामने आयी है कि अकेले पुरुषों की भूमिका इसमें 30 फीसदी हो सकती है। स्वास्थ्य समस्याओं के बढ़ते आजकल पुरुषों में बांझपन भी बढ़ गया है। यह एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। एक खराब जीवनशैली शुक्राणु की खराब गुणवत्ता और स्तंभन दोष जैसी कई समस्याओं का कारण बन सकती है। अजीब बात यह है कि, पुरुष अपने दिखने के बारे में अधिक चिंता करते हैं और संभावित रूप से कुछ बुरी आदतों से अनजान होते हैं जो उनकी प्रजनन क्षमता को नुकसान पहुंचा सकती है। आज हम पुरुषों की उन आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो उनकी प्रजनन क्षमता पर बुरा प्रभाव डालती हैं।

* शराब :
पुरुषों की प्रजनन क्षमता भी निर्धारित सीमा से अधिक शराब उपभोग करना कम कामेच्छा और कम टेस्टोस्टेरोन के स्तर और शुक्राणुओं की संख्या और मात्रा सहित कई प्रजनन संबंधी मुद्दों का कारण हो सकता है। शराब भी यकृत की खराबी का एक प्रमुख कारण है जो बदले में आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है।

* लैपटॉप :
क्या एक लैपटॉप से भी पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। एक शोध के मुताबिक लैपटाप और शुक्राणुओं के स्तर में सीधा संबंध है। गोद में लैपटॉप रखकर बैठने से अंडकोषों के तापमान में इजाफा होता है। और यह अधिक तापमान ही शुक्राणुओं के स्तर और गुणवत्ता को नुकसान पहुंचाता है। तो अगर आप अपने शुक्राणुओं के स्तर को सामान्य बनाये रखना चाहते हैं, तो लैपटॉप का इस्तेमाल डेस्क पर रखकर ही करें।

* धूम्रपान :
धूम्रपान पुरुषों के लिए गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों का कारण बनता है। एक या दो सिगरेट का पैक शुक्राणु की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचा सकता है। इसमें शुक्राणु गतिशीलता और व्यवहार्यता शामिल है। अत्यधिक धूम्रपान करने वालों की पत्नियों को अक्सर गर्भ धारण करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। शुक्राणु में आनुवंशिक दोषों के कारण गर्भपात भी होने का खतरा रहता है।

* गरम स्नान और सौना :
यदि आपको लगता है कि एक जोरदार जिम व्यायाम के बाद एक गर्म सौना में बैठना आपके लिए आदर्श बात है, तो फिर से सोचें! अंडकोष आपके शरीर के बाहर किसी कारण से होते हैं। शुक्राणु एक ऐसे तापमान परिवेश में उगते हैं जो शरीर के तापमान से 2-3 डिग्री कम होता है। यदि तापमान बढ़ जाता है, तो शुक्राणु उत्पादन पूरी तरह से बंद हो सकता है।

* जंक फूड :
यदि आप स्वस्थ प्रजनन के स्तर को बरकरार रखना चाहते हैं, तो फास्ट फूड खाने की आदत को छोड़ देना बेहतर है। हाल ही के एक अध्ययन में यह पता चला है कि जो पुरुष प्रोसेस्ड मांस खा चुके थे, वे कम खाने वाले लोगों की तुलना में "सामान्य" आकार के शुक्राणु कोशिकाओं की तुलना में बहुत कम थे। किसी भी कीमत पर जंक फूड से बचें।

* जांघिया :
बहुत ज्यादा टाइट जांघिया पहनने से भी शुक्राणुओं के स्तर में काफी कमी आती है। बॉक्सर यानी खुले जांघिया इस मामले में काफी बेहतर होते हैं। इसके साथ ही लंबे समय तक टाइट बाइसाइकिल जांघिया पहनना भी काफी नुकसानदेह हो सकता है। पुरुषों की पैंट और जांघिया यदि बहुत ज्यादा कसे हुए होंगे, तो इससे उनके शुक्राणुओं के स्तर में काफी कमी आएगी।