2 News : इन्होंने बताए शाहरुख की विनम्रता से जुड़े ये किस्से, पिता के इस संदेश ने बदल दी पूजा भट्ट की जिंदगी

अभिनेता और निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने शाहरुख खान से जुड़ी कुछ खास बातें शेयर की हैं, जिन्हें जानकर आपकी सुपरस्टार के प्रति इज्जत बढ़ जाएगी। तिग्मांशु ने शाहरुख के साथ ‘दिल से’ और और ‘जीरो’ जैसी फिल्मों में काम किया है। तिग्मांशु ने हाल ही में मैशेबल इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि शाहरुख बहुत विनम्र व्यक्ति हैं। मैं आपको बता भी नहीं सकता। मैं ‘दिल से’ के दौरान भी देख सकता था और वे उस समय पहले से ही एक बड़े स्टार थे।

भले ही क्रू मेंबर्स के सदस्य आराम करते समय बस के चारों ओर घूमते थे, शाहरुख ने अपने जमीनी स्वभाव के चलते कभी भी किसी स्पेशल ट्रीटमेंट या प्राइवेसी की मांग नहीं की। जब हम लद्दाख में थे तो बस में लंच के समय वो बस के फर्श पर लेट जाते थे। उस समय हम सभी अंदर बाहर आते-जाते रहते थे, लेकिन उन्होंने कभी भी किसी को नहीं रोका। ये उनकी विनम्रता को दर्शाता है। सोते हुए शाहरुख के ऊपर से भी कोई गुजर जाता था तो भी वो किसी को कुछ नहीं कहते थे। तिग्मांशु ने शाहरुख के साथ उनकी होम प्रोडक्शन ‘जीरो’ में काम करने के अनुभव को भी शेयर किया। उन्होंने शाहरुख के पिता की भूमिका निभाई थी।

तिग्मांशु ने कहा कि शाहरुख हर किसी का बहुत सम्मान करते थे। वे सबके लिए कुर्सियां चुनते थे। वे सबसे पूछते थे कि क्या उन्होंने लंच किया। ये संस्कार हैं उनके। बहरहाल शाहरुख के वर्कफ्रंट की बात करें तो वे फिलहाल ‘किंग’ की शूटिंग में बिजी हैं। इस फिल्म में सुहाना खान, अभिषेक बच्चन व ‘मुंज्या’ स्टार अभय वर्मा भी हैं। शाहरुख ने पिछले साल दमदार वापसी करते हुए फैंस को तीन सुपरहिट फिल्म ‘पठान’, ‘जवान’ और ‘डंकी’ की सौगात दी थी।

नशे की लत पर एक पॉडकास्ट के लिए साथ आ रहे हैं महेश और पूजा भट्ट

एक्ट्रेस पूजा भट्ट (52) ने ‘डैडी’ फिल्म के साथ एक्टिंग करिअर शुरू किया था। पूजा जब 44 साल की थीं तो शराब की लत से जूझ रही थीं और पिता दिग्गज फिल्ममेकर महेश भट्ट के हस्तक्षेप से उसे बचाया गया। हाल ही में जूम को दिए गए एक इंटरव्यू में पूजा ने पिता का एक संदेश साझा किया, जिसने उनकी जिंदगी बदल दी। महेश और पूजा नशे की लत पर एक पॉडकास्ट के लिए साथ आ रहे हैं, जहां यह बाप-बेटी की जोड़ी शराब की लत के साथ अपनी लड़ाई के बारे में साझा करेगी।

पूजा ने कहा कि यह सब संभव नहीं होता अगर मेरे पिता ने मुझे संदेश नहीं भेजा होता और संदेश बहुत सरल था कि पूजा, अगर तुम मुझसे प्यार करती हो, तो खुद से प्यार करो क्योंकि मैं तुम्हारे अंदर रहता हूं। इस संदेश ने मेरी जिंदगी बदल दी। मेरे पिता ने मुझे कभी शराब छोड़ने के लिए नहीं कहा लेकिन इस संदेश ने मुझे मुक्ति और एक नई शुरुआत दी। आठ साल हो गए हैं जब से मैंने शराब की एक बूंद भी नहीं पी है। जो महिलाएं छिपती हैं, झूठ बोलती हैं और पीती हैं, वे कैसे खुलेंगी और कैसे ठीक होंगी?

इसलिए मुझे लगा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि अगर हम एक ऐसा शो करें जहां पिता और मैं अपनी कमजोरियों और नशे की लत वाले व्यक्तित्वों का विश्लेषण करें और लोगों को बताएं कि हम उस अंधेरे से कैसे बाहर आएं। यह महत्वपूर्ण था कि पुरुष और महिला दोनों दृष्टिकोण लोगों के सामने पेश किए जाएं क्योंकि यह सिर्फ़ पुरुषों की संपत्ति नहीं है यह सिर्फ महिलाओं की संपत्ति नहीं है।