सुपरस्टार आमिर खान (59) को फिल्म इंडस्ट्री में करीब चार दशक हो गए हैं। मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से मशहूर आमिर के खाते में कई सुपरहिट मूवी हैं। पिछले कई सालों से वे चुनींदा फिल्मों में ही काम कर रहे हैं। इन पर दर्शक अथाह प्यार लुटाते हैं। उनकी पिछली फिल्म साल 2022 में रिलीज हुई ‘लाल सिंह चड्ढा’ थी। फिल्म नहीं चली जिससे आमिर काफी निराश हुए थे। बहरहाल आमिर इन दिनों थेरेपी ले रहे हैं। आमिर ने खुद इस बात का खुलासा किया है।
आमिर ने नेटफ्लिक्स इंडिया के एक वीडियो में बताया कि वे अपना और बेटी आइरा का रिश्ता सुधारने के लिए जॉइंट थेरेपी ले रहे हैं। आमिर ने आयरा और डॉ. विवेक मूर्ति के साथ मेंटल हेल्थ पर भी बात की। आमिर कहते हैं कि मैं थेरेपी ले रहा हूं। आइरा ने मुझे थेरेपी लेने पर मजबूर किया है। थेरेपी लेने के बाद मुझे समझ आया कि ये कितनी सही चीज होती है। मेरी यही सलाह है कि जिसको भी लगता है कि उसे थेरेपी की जरूरत है, प्लीज जाओ।
यह बहुत मददगार होती है। आपको पता है, मैंने और आइरा ने जॉइंट थेरेपी लेना शुरू किया है। हम दोनों अपने रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए थेरेपिस्ट के पास जाते हैं और उन मुद्दों पर बात करते हैं जिनकी वजह से हमारे बीच दूरियां आईं। आइरा ने भी कहा कि माता-पिता के साथ रिश्ते ठीक रखने के लिए थेरेपी बहुत जरूरी है।
लोगों को समझना पड़ेगा कि मदद मांगना गलत नहीं होता : आमिरआमिर ने कहा कि थेरेपी में बहुत ताकत है। मुझे लगता था कि मैं बहुत दिमाग वाला इंसान हूं। मैं चीजों के बारे में सोच सकता हूं। अगर कोई समस्या आती है, तो उसे मैं खुद से सुलझा सकता हूं। लेकिन ऐसा नहीं होता। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास कितना दिमाग है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने समझदार हैं।
मैं बताता हूं क्या होता है…हम अपने दिमाग के बारे में बहुत कम चीजें जानते हैं...ऐसे में थेरेपिस्ट आपको आपके दिमाग के बारे में समझने में मदद करता हैं। भारत में लोगों को लगता है कि अगर वे थेरेपी के लिए जाएंगे तो लोग समझेंगे कि उन्हें कोई मेंटल इलनेस है। वो नहीं चाहते कि लोगों को पता चले कि वे थेरेपी के लिए जा रहे हैं।
उन्हें समझना पड़ेगा कि मदद मांगना गलत नहीं होता। मैं मांग रहा हूं मदद और मुझे थेरेपी से बहुत मदद मिल रही है। आने वाले समय में आमिर कई शानदार मूवी के जरिए वापसी करते हुए नजर आएंगे। आमिर की अपकमिंग फिल्मों की तरफ गौर किया जाए तो उनमें ‘गजनी 2’, ‘सितारे जमीन पर’, ‘कुली’ और ‘लाहौर 1947’ के नाम शामिल हैं।