'2.0' : 700 करोड़ की उम्मीद, 450 करोड की लागत, #CONFIRM प्रथम तीन दिन 250 करोड़

पिछले दो सालों से भारतीय सिने इतिहास की सबसे महंगी फिल्म 2.0 चर्चा में है। यह दक्षिण के निर्माता निर्देशक शंकर की फिल्म है, जिन्होंने इसका पहला भाग रजनीकांत को लेकर 'रोबोट' के नाम से बनाया था। वैसे तो यह फिल्म गत वर्ष प्रदर्शित होनी थी लेकिन इसका वीएफएक्स कार्य पूरा नहीं हुआ जिसके चलते अब इसे 14 अप्रैल 2018 को प्रदर्शित किया जाना तय हुआ है। हाल ही में सुपर सितारे रजनीकांत ने इसकी प्रदर्शन तिथि की घोषणा की है। अपने बजट के साथ-साथ यह बड़े सितारों वाली फिल्म है। इसमें एक तरफ जहाँ रजनीकांत और एमी जैक्सन नजर आएंगे वहीं इन दोनों पर हावी होते दिखेंगे अक्षय कुमार

हिन्दी फिल्मों में नायक, खलनायक और सह अभिनेता के तौर पर नजर आ चुके अक्षय कुमार इस फिल्म के जरिए तेलुगु सिनेमा में डेब्यू करने जा रहे हैं। किरदार के हिसाब से वे खलनायक हैं लेकिन वर्तमान समय में फिल्मों में खलनायक कोई नहीं होता, सभी नायक होते हैं। रजनीकांत की मौजूदगी के बावजूद निर्देशक शंकर ने उनके लिए सशक्त भूमिका लिखी है। शंकर इस किरदार के लिए बॉलीवुड और दक्षिण के छह नामी सितारों से मिले लेकिन किसी ने भी इसे स्वीकार नहीं किया। इन सितारों की सोच थी कि रजनीकांत के सामने वे बौने नजर आएंगे। लेकिन अक्षय कुमार ने इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और उन्होंने इसे सहर्ष स्वीकार किया।

बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म की सफलता को लेकर शंकाएँ जाहिर की जा रही हैं। तर्क दिए जा रहे हैं कि 450 करोड़ की लागत वाली फिल्म के लिए कम से कम 700-800 करोड़ का कारोबार करना आवश्यक है। यह सही है कि 2.0 सिने इतिहास की सबसे महंगी फिल्म है, जिसकी लागत निकलना कुछ मुश्किल नजर आ रहा है लेकिन वर्तमान समय में भारत में बड़े बजट वाली फिल्मों का प्रचलन बढ़ गया है। अब पूँजी निवेशक फिल्म के कथानक के हिसाब से उस पर खर्च करता है बिना यह सोचे समझे की लागत निकलेगी या नहीं।

2.0 की समस्या यह नहीं है कि सफल होगी या नहीं। उनकी सबसे बड़ी समस्या है निर्देशक एस.एस. राजामौली की 'बाहुबली', जिसने फंतासी फिल्म होते हुए भी बॉक्स ऑफिस पर 2000 करोड़ से ज्यादा की कमाई करके सबको चौंका दिया। निर्देशक शंकर अब अपने आप को राजामौली से बड़ा फिल्मकार सिद्ध करने पर तुले हैं। उन्होंने इस विज्ञान फंतासी फिल्म के लिए विदेशी तकनीकी टीमों का सहारा लिया है, जिन्होंने इसे पूरी तरह से हॉलीवुड की साइंस फिक्शन फिल्मों की कतार में लाकर खड़ा कर दिया है।

अप्रैल 2018 में जब यह फिल्म प्रदर्शित होगी तब यह एकल प्रदर्शित नहीं होगी बल्कि इसके सामने हॉलीवुड की सफलतम सीरीज एवेंजर्स-इन्फिनिटी वॉर—होगी, जिसका अपना एक अलग दर्शक है जो इस सीरीज का दीवाना है और यह सशक्त तकनीक से निर्मित साइंस फिक्शन फिल्म है।

टकराव तो टकराव ही है फिर चाहे वह देसी फिल्मों से हो या हॉलीवुड फिल्म से। इसके बावजूद 2.0 को दक्षिण भारत में अपने प्रदर्शन के साथ ही सफलता मिलेगी यह तय है। 14 अप्रैल को दक्षिण में नव वर्ष के उपलक्ष्य में अवकाश है। वहाँ का दर्शक रजनीकांत की फिल्मों को लेकर क्रेजी है। रजनीकांत की फिल्म को शुरूआती सप्ताह में राउण्ड द क्लॉक चलाया जाता है। उम्मीद की जा रही है कि प्रथम तीन दिन में 2.0 अकेले दक्षिण भारत में ही 150 करोड़ का कारोबार करने में सफल हो जाएगी। इसके साथ ही उत्तर भारत में भी यह फिल्म प्रथम तीन दिन में 100 करोड़ के आंकड़े को छूने में सफल होगी अर्थात् तीन दिन और 250 करोड़ का कारोबार। ऐसे में यह फिल्म क्योंकर असफल हो सकती है। रजनीकांत जहाँ दक्षिण भारत में मजबूत हैं वहीं अक्षय कुमार उत्तर भारत में टिकाऊ हैं। इन दोनों सितारों की लोकप्रियता '2.0' को बॉक्स ऑफिस की वैतरणी निश्चित तौर पर पार करवाने में सफल होगी इसमें कोई दोराय नहीं है।