
‘कांटा लगा’ फेम एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला के अचानक हुए निधन ने मनोरंजन जगत को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस खबर ने मानो सबकी सांसें थाम दी हों। उनके निधन से न सिर्फ उनका परिवार पूरी तरह टूट चुका है, बल्कि फैंस और इंडस्ट्री के तमाम लोग भी इस दुख से उबर नहीं पा रहे हैं। हर किसी की आंखें नम हैं, दिल भारी और मन व्यथित है।
आज सुबह, नम आंखों और भारी मन के बीच शेफाली का पोस्टमॉर्टम कराया गया। जैसे ही रिपोर्ट्स पूरी हुईं, परिजनों ने तुरंत उनके अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। इस दर्दनाक घड़ी में उनके पति पराग त्यागी ने खुद को जैसे-तैसे संभालते हुए अपनी पत्नी की पार्थिव देह को अस्पताल से घर तक लाने की जिम्मेदारी उठाई। वीडियो में दिखा कि पराग अपनी दुनिया उजड़ जाने के बाद भी कितनी हिम्मत से सामने आए और शेफाली को खुद उठाकर गाड़ी तक लाए।
पराग के साथ भावुक नजर आए विकास फाटकइस दौरान परिवार और करीबी दोस्त भी पराग को सहारा देने के लिए उनके साथ मौजूद थे। उनके बेहद करीबी और मुंहबोले भाई विकास फाटक (हिंदुस्तानी भाऊ) ने भी इस अंतिम सफर में साथ निभाया। एक वीडियो में पराग और विकास मिलकर शेफाली की पार्थिव देह को सोसाइटी कंपाउंड में रखते नजर आ रहे हैं। हिंदू परंपरा के अनुसार, सुहागन को दुल्हन की तरह सजाकर अंतिम विदाई दी जाती है — और शेफाली को भी उसी सम्मान और प्रेम से अंतिम बार सजाया गया है।
एंबुलेंस तक खुद लेकर पहुंचे परागएक अन्य वीडियो में पराग त्यागी कपूर अस्पताल के बाहर अपनी पत्नी का शव एंबुलेंस में रखते दिखे। वो खुद अपने कांपते हाथों से पत्नी को उठाते हैं। यह दृश्य देख हर किसी का कलेजा कांप गया। सोशल मीडिया पर फैंस और आम लोग भावुक होकर कह रहे हैं — ऐसा दुख किसी को न मिले, भगवान पराग को हिम्मत दें। कई लोगों ने यह भी लिखा, एक पति के लिए इससे बड़ा कोई दुःख नहीं हो सकता, जिसने अपनी जीवन संगिनी के साथ सात जन्मों का वादा किया, उसे यूं अंतिम बार विदा करते हुए देखना दिल तोड़ देता है।
अधूरी रह गई एक ख्वाहिश...शेफाली और पराग की शादी साल 2014 में हुई थी। 11 सालों का साथ, प्यार और विश्वास की एक खूबसूरत मिसाल थी ये जोड़ी। सोशल मीडिया से लेकर रियलिटी शोज़ तक इनकी केमिस्ट्री फैंस के दिलों को छू जाती थी। हाल ही में शेफाली ने अपनी जिंदगी में एक नई शुरुआत की थी और बेटी गोद लेने की भी योजना बनाई थी। मगर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था... अब उनकी ये ख्वाहिश अधूरी ही रह गई।