एक्ट्रेस व मॉडल मलाइका अरोड़ा हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। मलाइका अक्सर फैशन और जिम शॉर्ट्स को लेकर सोशल मीडिया पर छा जाती हैं। मलाइका ने हाल ही में अपनी जिंदगी के तमाम पहलुओं पर बात की। मलाइका ने ग्लोबलस्पा मैगजीन से बात करते हुए कहा कि मेरा मानना है कि व्यक्तिगत और व्यावसायिक रूप से मैंने जो भी विकल्प चुना है, उसने मेरे जीवन को एक कारण से आकार दिया है। मैं बिना किसी पछतावे के जी रही हूं और खुद को भाग्यशाली महसूस करती हूं कि चीजें उसी तरह से सामने आ रही हैं।
मैंने फिल्मों में कैमियो और गेस्ट अपियरेंस वाले किरदार निभाए हैं। अब मैं एक अच्छी तरह से विकसित, महत्वपूर्ण करेक्टर प्ले करने का अनुभव पसंद करना चाहूंगी। मैं इसको लेकर बेहतर विकल्प तलाश रही हूं। मैं चाहती हूं कि मुझे एक कॉम्पलेक्स और बड़ा किरदार निभाने का मौका मिले। जहां तक मलाइका के निजी जीवन का सवाल है तो इस साल उनका एक्टर अर्जुन कपूर से ब्रेकअप हो गया। दोनों लंबे समय से रिलेशनशिप में थे। हालांकि दोनों ने अभी तक इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन उनकी गतिविधियों के आधार पर यह माना जा रहा है कि उनकी राहें अब जुदा हो चुकी हैं।
कुछ समय पहले एक कार्यक्रम में उन्होंने एक-दूसरे को नजरअंदाज कर दिया था। हालांकि पिछले महीने जब मलाइका के पिता की अचानक मौत हो गई थी, तो उस दौरान अर्जुन ने उन्हें संभाला था। मलाइका इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'हाउसफुल 5' में बिजी हैं। इससे पहले वह नेटफ्लिक्स की फिल्म 'खो गए हम कहां' में दिखी थीं। मलाइका टीवी पर रियलिटी शो में जज के रूप में भी नजर आती हैं।
मुझे बच्चों के गले लगना, दुलारना और चूमना याद आता है : फरदीनफरदीन खान ने कुछ दिनों पहले संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज हीरामंडी : द डायमंड बाजार के साथ कई सालों बाद एक्टिंग की दुनिया में वापसी की। इसके बाद वे 15 अगस्त को रिलीज हुई मूवी ‘खेल खेल में’ थे। फरदीन इन दिनों ‘हाउसफुल 5’ की शूटिंग में बिजी हैं। फरदीन पत्नी नताशा से अलग होने की खबरों को लेकर भी सुर्खियों में हैं। इस बीच फरदीन ने खुलासा किया है कि वो अपने बच्चों के साथ नहीं रह रहे हैं।
फरदीन ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि ये आसान नहीं है, मैं इस बात में नहीं पड़ना चाहता कि वे दूर क्यों हैं, लेकिन हां, यह आसान नहीं है। मुझे उनकी बहुत याद आती है। मैं उन्हें हर 4-6 सप्ताह में देखता हूं और हम रोजाना वीडियो कॉल पर बात करते हैं। हालांकि मुझे निश्चित रूप से उनकी डेली लाइफ का हिस्सा बनना, उन्हें बड़ा होते देखना, उनके फैसले लेने की प्रोसेस का हिस्सा बनना और उन्हें अपनी पहचान खोजने में मदद करना याद आता है।
मेरे बच्चे पेंटिंग करते हैं और मैंने मुंबई में अपने घर की दीवारों पर उनकी पेंटिंग लगाई हैं। मुझे उनके गले लगना, दुलारना और चूमना याद आता है। मैं अपना ध्यान भटकाने के लिए काम करता रहता हूं। और जब भी वे मुंबई आते हैं मैं अपना पूरा शेड्यूल खाली कर देता हूं और 24/7 उनके साथ रहता हूं। फरदीन ने अपने सेपरेशन के बारे में कुछ नहीं कहा।