‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ इन दिनों ओटीटी प्लेटफॉर्म पर छाया हुआ है। इसके ताजा एपिसोड में शनिवार (16 नवंबर) को पूर्व भारतीय क्रिकेटर, कमेंटेटर व लीडर नवजोत सिंह सिद्धू अपनी पत्नी नवजोत कौर के साथ पहुंचे। इस दौरान जमकर मौज-मस्ती देखने को मिली। कपिल ने सिद्धू को शो में वापस आने का ऑफर दिया, जिस पर सिद्धू ने कहा कि यह मेरे जीवन के सबसे अच्छे दिनों में से एक है। यह शो सिर्फ कपिल का शो नहीं है, यह पूरे देश का शो है। भगवान ने इसे बनाया है, यह एक गुलदस्ता है। इसकी खुशबू अद्भुत है, हर फूल की अपनी अलग खुशबू है।
मरने से पहले मैं अर्चना के साथ इन सभी फूलों को फिर से एक साथ देखना चाहता हूं। मैं वाकई ऐसा चाहता हूं। तब कपिल ने कहा कि आपने जिन फूलों का जिक्र किया है, वे सभी यहां हैं, सिवाय हमारे गमले के। आप ही हमारे गमले हैं। आपको अगले सीजन में वापस आना चाहिए। तब सिद्धू ने कहा कि मैं नेटफ्लिक्स शो के तीसरे सीजन में शामिल होने के लिए तैयार हूं, बशर्ते अर्चना मेरी बगल में बैठें।
उल्लेखनीय है कि सिद्धू जज के रूप में अंतिम बार साल 2019 में ‘द कपिल शर्मा शो’ में नजर आए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चैनल ने सिद्धू को किसी विवादास्पद बयान के बाद शो छोड़ने के लिए कहा था। उनकी जगह एक्ट्रेस अर्चना पूरन सिंह को लिया गया, जो अभी तक मोर्चे पर डटी हुई हैं। सिद्धू की जैसे अर्चना का भी हंसने का अंदाज जबरदस्त है। इसके अलावा फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी होने से अर्चना शो में आने वाले अधिकतर बॉलीवुड सेलेब्स के टच में हैं।
कीमोथेरेपी के दौरान नवजोत ने अपना दर्द बयां नहीं किया : सिद्धूशो के दौरान एक और बात पर सिद्धू इमोशनल हो गए। कपिल ने कहा कि सिद्धू पाजी और भाभी बहुत क्यूट कपल हैं। उनका मस्ती-मजाक हमेशा हंसाता है लेकिन कभी-कभी ऐसी कहानियां भी होती हैं जो शेयर नहीं की जाती हैं। जब भाभी को कैंसर हुआ था तो उन्होंने आपको बताया भी नहीं था क्योंकि आप जेल में थे। ये वास्तव में मुश्किल समय था। इस पर सिद्धू ने कहा कि आपको पता है कि मैं इनके बिना नहीं रह सकता।
मुझे ऐसा लगने लगा कि इसको कुछ हो गया तो मैं कैसे जिऊंगा। ये बहुत मुश्किल समय था लेकिन ये बहुत स्ट्रॉन्ग हैं, बहुत ज्यादा मजबूत। पूरा परिवार इनके साथ खड़ा था। मैंने देवी मां से एक ही बात मांगी कि तू मेरी लेले जान पर इसको बचा ले। मैं और हमारे बच्चे इसके बिना नहीं रह सकते हैं। मैं पूरी तरह टूट गया था। ये बहुत बहादुर है।
कीमोथेरेपी के दौरान इन्होंने अपना दर्द बयां नहीं किया। इनके हाथ देखिए, जहां भी कीमोथेरेपी लीक होती, उनका हाथ विकृत हो जाता। दर्द इसे होता था, हमें 100 गुना होता था। इनको मैंने उदास ही नहीं होने दिया। मैं हमेशा हंसता रहता था। तुझे क्या पता, तू तो हंस रही होती थी, हम कमरे के बाहर जाकर रो रहे होते थे।