चुनावी रैली के दौरान गोविंदा की तबीयत बिगड़ी, हुए अस्पताल में भर्ती, अक्टूबर में पैर में लग गई थी गोली

शनिवार (16 नवंबर) को दिग्गज एक्टर गोविंदा की तबीयत अचानक बिगड़ गई। गोविंदा (60) महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवारों का प्रचार करने के लिए एक रोड शो का हिस्सा बने थे। इसी दौरान उनके सीने में दर्द उठा, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गोविंदा ने कुछ समय पहले ही शिवसेना (शिंदे) पार्टी की सदस्यता ली थी। गोविंदा पचोरा में रोड शो का हिस्सा बने थे।

गोविंदा ने लोगों से भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना और एनसीपी के गठबंधन को वोट करके पीएम मोदी को सपोर्ट करने की अपील की थी। रैली जलगांव पहुंची ही थी कि उनके सीने में तेज दर्द हुआ। तबीयत बिगड़ने पर गोविंदा रैली बीच में ही छोड़ अस्पताल पहुंचे। इस खबर के सामने आने के बाद गोविंदा के फैंस परेशान हो गए। वे अपने फेवरेट हीरो के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना कर रहे हैं।

IANS की रिपोर्ट के मुताबिक गोविंदा को थकावट होने की वजह से बेचैनी महसूस हो रही थी। वहीं उनके करीबी ने पुष्टि की है कि एक्टर की हालत अब पहले से स्थिर है। वे फिलहाल आराम कर रहे हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। उम्मीद है कि उन्हें अस्पताल से जल्द ही छुट्टी मिलेगी। उल्लेखनीय है कि गोविंदा कांग्रेस के पूर्व लोकसभा सांसद रह चुके हैं।

गोविंदा को गोली लगने पर 3 दिन तक अस्पताल में रहना पड़ा था भर्ती

देखा जाए तो गोविंदा की तबीयत के हिसाब से अभी उनका समय सही नहीं चल रहा। उन्हें 1 अक्टूबर की सुबह पैर में गोली लगी थी। गोविंदा घर में अकेले थे और उन्हें एक प्रोग्राम के लिए कोलकाता रवाना होना था। इसी दौरान घर में रखी रिवॉल्वर साफ करते हुए हादसा हो गया। गोविंदा ने गन साफ कर अलमारी में रखी, तभी गन गिर गई और मिसफायरिंग से गोली उनके पैर में लगी। उन्हें मुंबई के क्रिटी केयर अस्पताल में एडमिट किया गया। तीन बाद वे अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए थे।

तब गोविंदा ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि मुझे विश्वास नहीं हुआ कि ये क्या हो गया। मैं एक शो के लिए कोलकाता निकल रहा था। सुबह 5 बजे का टाइम था। मैं रिवॉल्वर साफ करने लगा। गलती से ट्रिगर चल गया। मैं ऐसी अवस्था में था कि गोली सीधे मेरे पैर पर जा लगी। पैर से खून का फव्वारा बहने लगा। मैंने खुद से ही वीडियो रिकॉर्ड करके अपने डॉक्टर को भेज दिया। अब यही कहूंगा कि ऐसे मामले में सतर्कता बरतनी चाहिए। ऐसा किसी के साथ न हो, मैं यही दुआ करूंगा।