2 News : ‘गोपी बहू’ ने दिखाईं बेबी शावर की झलकियां, अमिताभ ने बताया कौनसे हालात में हुई थी माता-पिता की शादी

'साथ निभाना साथिया' में ‘गोपी बहू’ की किरदार अदा करने वालीं एक्ट्रेस देवोलीना भट्टाचार्जी प्रेग्नेंट हैं। वह जल्द ही मां बनने वाली हैं। इस बीच देवोलीना का ग्रैंड बेबी शावर हुआ। उन्होंने इस समारोह की कई तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की हैं। ये तेजी से वायरल हो रही हैं। सोमवार (14 अक्टूबर) को ढोल नगाड़ों के साथ धूमधाम से बेबी शॉवर सेलिब्रेट किया गया। इस फंक्शन में टीवी इंडस्ट्री के दोस्त और परिवार के सदस्य शामिल हुए। पार्टी की थीम पिंक थी और सभी गेस्ट भी पिंक आउटफिट में नजर आए।

वेन्यू को भी बैलूंस और लाइट्स से खूबसूरती से सजाया गया। देवोलीना ने रोज पिंक कलर की साड़ी पहनी थी। गोल्ड ज्वेलरी और लाइट मेकअप में वह बेहद खूबसूरत लग रही थीं। वह बेबी बंप फ्लॉन्ट कर रही थीं। उनके पति शहनवाज खान भी उनके साथ ट्विनिंग करते हुए पिंक शर्ट में नजर आए। देवोलीना के साथ ‘साथ निभाना साथिया’ की कोस्टार भाविनी पुरोहित पति के साथ पहुंची थीं, जिसकी तस्वीरें उन्होंने भी इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं।

उनके अलावा विनीत रैना और इशिता गांगुली भी दिख रहे हैं। देवोलीना ने पति संग केक कट किया। देवोलीना ने 15 अगस्त को प्रेग्नेंसी अनाउंस की थी। बेबी शावर के बाद देवोलीना ने मेटरनिटी शूट भी कराया। इसमें वह शहनवाज संग रोमांटिक होती दिखीं। देवोलीना ने ये तस्वीरें भी साझा की हैं। उल्लेखनीय है कि साल 2022 में देवोलीना ने शहनवाज के साथ गुपचुप शादी रचाई थी। इंटरफेथ मैरिज के चलते देवोलीना को काफी ट्रॉल किया गया था।

अमिताभ बच्चन ने KBC 16 के दौरान बताया माता-पिता की शादी का किस्सा

अमिताभ बच्चन इन दिनों क्विज बेस्ड रियलिटी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति 16’ होस्ट कर रहे हैं। अमिताभ हॉट सीट पर बैठने वाले कंटेस्टेंट और वहां मौजूद ऑडियंस को अक्सर अपनी जिंदगी से जुड़े कई अनसुने किस्सों के बारे में बताते हैं। हाल ही में एक अमिताभ ने अपने दिवंगत पिता मशहूर कवि व लेखक हरिवंशराय बच्चन की पहली पत्नी के निधन को लेकर बात की। अमिताभ ने कहा कि मेरे पिताजी की पहली पत्नी का निधन हो गया था।

पत्नी के गुजर जाने के बाद वे बेहद गंभीर स्थिति में चले गए थे। बहुत उदास रहने लगे थे। उस समय वो जितनी भी कविताएं लिखते थे वो बस दुख से भरी हुई होती थीं। वे कही नहीं जाते थे लेकिन फिर पैसे कमाने थे और इसलिए उन्होंने कुछ वर्ष बाद कवि सम्मेलन में जाना शुरू किया। बरेली में मेरे पिता के एक दोस्त हुआ करते थे। एक बार पिता उनसे मिलने गए और उन्होंने डिनर की टेबल पर उनसे कविता सुनाने के लिए कहा। फिर वहां मेरी मां (तेजी बच्चन) भी मौजूद थीं। पिता ने उन्हें भी कविता सुनाई।

मेरे पिता के दोस्त की पत्नी मेरी मां को अंदर से बाहर लेकर आईं, फिर पिताजी ने 'क्या करूं संवेदना लेकर तुम्हारी' कविता पढ़कर सुनाई। ये सुन मेरी मां रो पड़ीं, जिसके बाद मेरे पिताजी के दोस्त और उनकी पत्नी दोनों को अकेला छोड़कर चले गए। थोड़ी देर बाद उनके दोस्त ने पिताजी से बात की और फिर उन्होंने तय किया कि वह मेरी मां से शादी करेंगे। उल्लेखनीय है कि हरिवंश और तेजी की शादी साल 1941 में हुई थी। हरिवंश का 2003 और तेजी का 2007 में निधन हो चुका है।