BMC का दोहरा चेहरा, कंगना के दफ्तर पर तुरंत कार्रवाई, मनीष मल्होत्रा को दिया 7 दिन का वक्त

कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के ऑफिस में कथित अवैध निर्माण को लेकर हुए तोड़फोड़ के बाद महाराष्ट्र (Maharshtra) की राजनीति में हंगामा मचा है। वहीं, इस बीच महानगर पालिका की दो अलग-अलग भूमिका सामने आई है। बांद्रा के पाली हिल इलाके में कंगना रानौत के दफ्तर के ठीक बगल में मनीष मल्होत्रा का बंगला है। मुंबई महानगर पालिका ने मनीष मल्होत्रा के बंगले पर नोटिस जारी कर 'कारण बताओ नोटिस' जारी किया है। कंगना और मनीष मल्होत्रा दोनों को एक ही दिन नोटिस जारी किया गया है। हालांकि, मनीष मल्होत्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है जबकि कंगना को 24 घंटे का समय देकर थोड़ा कार्रवाई की गई।

फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा के बंगले में अवैध निर्माण कार्य किया गया है, जिसको लेकर यह नोटिस दिया गया और स्पष्टीकरण देने के लिए 7 दिन का समय दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ कंगना को स्टॉप वर्क नोटिस तुरंत दिया गया था और सिर्फ 24 घंटे का समय दिया गया था।

बांद्रा पाली हिल में मनीष मल्होत्रा का बंगला नंबर 6 है जबकि कंगना का बंगला नंबर 5 था। मुंबई महानगर पालिका की नोटिस के मुताबिक, रिहायशी इमारत होने के बावजूद व्यवसायिक इमारत के रूप में बदलाव किया गया। ग्राउंड फ्लोर पर केबिन बनाया गया जो अवैध तरीके से बनाया गया। बंगले की दूसरी मंजिल के टेरिस पर शेड बनाकर नियमों का उल्लंघन किया गया है।

तीन बजे कोर्ट में सुनवाई

बृहनमुंबई म्युनिसिपल कार्पोरेशन ने भले ही कंगना रनौत को तगड़ा नुकसान पहुंचा लिया हो, लेकिन अगर कंगना ने इसको गैरकानूनी साबित कर दिया तो BMC को बड़ा झटका लग सकता है। आज (गुरुवार) दोपहर 3 बजे इस मामले की सुनवाई होनी है। कंगना का बांद्रा स्थित ऑफिस तोड़ने के बाद बीएमसी पर कई लोगों ने नाराजगी जताई थी। बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी ऑफिस में और तोड़फोड़ पर रोक लगा दी है। हालांकि कंगना की लीगल टीम ने जब तक स्टे लिया बताया जा रहा है कि तब तक उनका 80% नुकसान हो चुका था। इस बीच खबर है कि कल देर रात हुई शरद पवार और उद्धव के बीच मुलाकात के बाद शिवसेना के नेताओं और प्रवक्ताओं को कंगना पर ना बोलने का आदेश दिया गया है। कंगना के मुद्दे पर संजय राउत को भी मीडिया से बात न करने की सलाह दी गई है। शरद पवार ने कहा कि- 'मुझे उनके (कंगना रनौत) दफ्तर के बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन मैंने अखबारों में पढ़ा था कि वो अवैध निर्माण है। जो भी हो, मुंबई में अवैध निर्माण कोई नई बात नहीं हैं। अगर बीएमसी नियमों के हिसाब से काम कर रही है तो ये सही है।'

इससे पहले खबर सामने आई थी कि शरद पवार बीएमसी की इस कार्रवाई से नाखुश हैं और उन्होंने कहा है कि इससे विपक्ष को बोलने का मौका मिलेगा।