बेंगलुरु में छह दिन तक चलने वाला फिल्मोत्सव 'एक्सपेरिमेन्टा' का आगाज

भारत के एकमात्र द्विवार्षिकी प्रयोगात्मक फिल्मोत्सव कहे जाने वाले 'एक्सपेरिमेंटा' का मंगलवार को बेंगलुरु में आगाज हुआ। शहर के गोएथे इंस्टीट्यूट मैक्समूलर भवन में छह दिन तक चलने वाले इस फिल्मोत्सव में 70 से ज्यादा समकालीन व ऐतिहासिक फिल्में प्रदर्शित होंगी।

कार्यक्रम में कलाकार की प्रोफाइल और बातचीत, प्रबंधकीय कार्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा, फीचर फोकस और परफॉर्मेस शामिल हैं।

उद्घाटन समारोह में मंगलवार देर शाम अल्जीरियाई फिल्मकार सारा मोलडोरोर की 1969 की फिल्म 'मोनानगेमब्री', मोजांबिक के रुय ग्वेरा की 1979 की फिल्म 'मेमोरिया ई मैसेकर' प्रदर्शित होंगी।

फीचर फिल्म फोकस के खंड में उदय शंकर की उत्कृष्ट कृति 'कल्पना' (1948-भारत) प्रस्तुत की जाएगी। इस फिल्म को फिल्मकार मार्टिन स्कोरसेसे ने वर्ल्ड सिनेमा प्रोजेक्ट के तहत हाल में फिर से तैयार किया है।

इस साल यह फिल्मोत्सव का दसवां संस्करण है। इसकी शुरुआत 2003 में सालाना समारोह के तौर पर हुई थी मगर 2007 से द्विवार्षिकी आयोजन होने लगा। बेंगलुरु में आयोजित समारोह का समापन तीन दिसंबर को होगा