हिंदू धर्म में तुलसी का बहुत महत्व है, तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है, अगर घर में आप तुलसी का पौधा रखते हैं तो मां लक्ष्मी के साथ विष्णु जी का भी आशीर्वाद मिलता है और घर धन-धान्य से भरा रहता है। घर में तुलसी का पौधा लगाने से नकारात्मकता दूर होती है। साथ ही तुलसी में कई तरह के औषधीय गुण भी पाए जाते हैं जो सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद मानी जाती है। वास्तु कहता है कि सिर्फ तुलसी का पौधा घर में सुख-समृद्धि ला सकता है लेकिन अगर आप इसके साथ कुछ और पौधे भी लगाते हैं तो इससे मिलने वाले फायदे दोगुने हो जाते हैं। आइए इस विषय में विस्तार से जानते है।
शमी का पौधावास्तु शास्त्र के अनुसार शमी का पौधा लगाना काफी शुभ माना जाता है। शमी के पौधे का संबंध शनिदेव से होता है। शनिदेव की विशेष कृपा करने के लिए शनिवार के दिन शमी के पौधे की पूजा करनी चाहिए। ऐसे में तुलसी के पौधे के साथ अगर शमी का पौधा लगाया जाए तो मिलने वाला फायदा दौगुना हो जाता हैं।
काला धतूराकाला धतूरा हम भगवान शिव को अर्पित करते है। माना जाता है कि काले धतूरे के पौधे में शिवजी का वास होता है। ऐसे में इस पौधे को घर पर लगाना काफी शुभ माना जाता है। तुलसी के साथ काले धतूरे का पौधा लगाने से भगवान शिव की खास कृपा मिलती है। आप इस पौधे को मंगलवार के दिन लगा सकते हैं। घर में काले धतूरे का पौधा लगाने और इसकी नियमित रूप से पूजा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। इसके लिए रोज सुबह स्नान करके दोनों पौधों में जल मिश्रित दूध अर्पित करें।
केले का पेड़केले का पेड़ घर की नेगेटिव एनर्जी को दूर करता है साथ ही घर में सुख-समृद्धि आती है और धन संबंधी दिक्कतें भी दूर होती है। तुलसी के पौधे के पास केले का पौधा लगाने से तरक्की होती है। जरुरी बात इन दोनों पौधों को एक साथ नहीं लगाना है बल्कि केले को पौधे को घर के मुख्य द्वार पर दाईं ओर लगाना है। वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा पूर्व दिशा में लगाएं, आप उत्तर-पूर्व दिशा में भी तुलसी का पौधा रख सकते हैं। इस दिशा में तुलसी का पौधा रखने से सकारात्मक ऊर्जा आती है।
तुलसी में जल देने के नियम- बिना स्नान किए कभी जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
- तुलसी में जल चढ़ाने से पहले कुछ खाना नहीं चाहिए।
- मान्यता है कि तुलसी में जल चढ़ाते वक्त बिना सिलाई का एक कपड़ा पहनना चाहिए।
- तुलसी पर रविवार को जल नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि इस दिन मां तुलसी विश्राम करती हैं।
- तुलसी पर एकादशी पर जल नहीं अर्पित करना चाहिए, क्योंकि इस दिन तुलसी महारानी विष्णु जी के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
- तुलसी में बहुत अधिक पानी नहीं डालना चाहिए।
- तुलसी में सूर्योदय के वक्त जल देना शुभ होता है।