हमारे धर्म ग्रंथो में वर्णन मिलता है की व्यक्ति जैसा अन्न खाता है उसका मन भी वैसा ही होता है (जैसा खाए अन्न वैसा होवे मन) । व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन अन्न से आता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मन पर चन्द्रमा का अधिकार होता है। जिस दिन हमें अच्छा भोजन मिलता है तो ज्योतिषी भाषा में कहा जाता है की आज आपके चन्द्रमा अच्छे है। प्रत्येक ग्रह के अनुसार अलग-अलग स्वाद का भोजन होता है।
ज्योतिषीय गणना में जो बारह राशियां स्थित है, उनके अनुसार ही निर्धारित है की किस राशी को क्या भोजन उपयोग में लेना चाहिए। यदि राशी के विपरीत भोजन व्यक्ति ग्रहण करता है तो उसका मन और तन दोनों ही बीमार हो जाते है।
यदि अपनी राशी के अनुसार व्यक्ति भोजन ग्रहण करता है तो जीवन सुखद व सरल हो जाता है। तन और मन दोनों ही शुद्ध होते है और शुद्ध तन व मन में ईश्वर निवास करते है।
किस राशि वालो को क्या खाना चाहिए।
मेष: रेशेदार फल-सब्जी, मसूर की दाल, गेहूं, गोंद की चीजें, जौ, कैर, बीन्स तथा फलों के रस का प्रयोग सुखद रहता है।
वृष: बारीक बासमती चावल, गुलकंद, गेहूं, उड़द की दाल व्यक्तित्व और शरीर की लिए अच्छी रहती है।
मिथुन: अनाज, फल, आम, केला, चीकू, मठा, शिमला मिर्च, संतरा, भिंडी, जौ, ज्वार, गुड़ का उपयोग शुभकारी रहता है ।
कर्क: बासमती चावल, केला-बथुआ हरी पत्तेदार मेथी, हरा धनिया, सभी रसीले फल, तेजपत्ता, नारियल, मिश्री तथा मक्खन खाना लाभदायक ।
सिंह: चावल, सभी तरह की दालें, गेहूं, जौ, ज्वार, बाजरा, दलिया, गुड़, फलो का जूस, तरल पदार्थ, मूंग, दूध, अनार का करें प्रयोग ।
कन्या: मटर, बीन्स, गेहूं, मूंग की दाल, चावल, जौ, ज्वार, चना, आम का उपयोग करना चाहिए ।
तुला: उड़द की दाल, राजमां, जौ, गेहूं, सरसों का तेल उपयोग में लेना चाहिए ।
वृश्चिक: गन्ना, पान, कटहल, नींबू, खरबूजा, पपीता का प्रयोग करें ।
धनु: गेहूं, दालें, चावल, जौ, ज्वार, बाजरा, नमक, तिल तथा बादाम का प्रयोग लाभदायक होता है ।
मकर: नारियल, आम, केला, चीकू, पपीता, अमरूद, अनार, कद्दू, खरबूजा, तरबूज, शिमला मिर्च, भिंडी, तथा बिल का जूस सोभाग्य को बढ़ता है ।
कुंभ: अलसी, मटर, सभी प्रकार के अन्न, फल एवं दालों का प्रयोग करें ।
मीन: खिचड़ी, फल, दालें, बासमती चावल, गुड़, मिश्री तथा सभी प्रकार के जूस का प्रयोग करना शुभदायक रहता है ।