न्यूज़
Trending: Israel Iran War Sonam Raghuvanshi Housefull 5 Narendra Modi Rahul Gandhi

दानाकिल डिप्रेशन : जहन्नुम का दरवाजा है ये जगह, पूरे साल रहता है 45 डिग्री सेल्सियस तापमान

जीवन जीने का मजा तभी आता है जब उस जगह का वातावरण संतुलित और मानव सम्मित हो।

Posts by : Ankur Mundra | Updated on: Fri, 27 July 2018 6:23:44

दानाकिल डिप्रेशन : जहन्नुम का दरवाजा है ये जगह, पूरे साल रहता है 45 डिग्री सेल्सियस तापमान

जीवन जीने का मजा तभी आता है जब उस जगह का वातावरण संतुलित और मानव सम्मित हो। बहुत ज्यादा सर्दी या बहुत ज्यादा गर्मी जिंदगी को पनपने नहीं देती। खासकर ऐसी जगहों पर जीवनयापन करना बहुत कठिन होता हैं जहां हमेशा प्राकृतिक विपदाओं का सामना करना पड़े। आज हम आपको ऐसी ही एक जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे दुनिया का जहन्नुम कहा जाता हैं और इस जगह का नाम है दानाकिल डिप्रेशन। ये वो इलाका है जिसकी कोख में धरती की तीन कॉन्टिनेंटल प्लेट आपस में टकराती हैं। तो आइये जानते हैं इस जगह के बारे में।

यहां धरती से लावा और एसिड बाहर आते रहते हैं। डानाकिल डिप्रेशन में साल भर औसत तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रहता है। इसे इलाके के लोग ‘जहन्नुम का दरवाजा’ भी कहते हैं। हाल ही में यहां जिंदगी के निशान मिले हैं। ये समुद्र की सतह से करीब 330 फुट नीचे है।

यहां दो ऐसे ज्वालामुखी हैं जो अक्सर सक्रिय रहते हैं। इसमें से एक है ‘इरता अले’। इस ज्वालामुखी की चोटी में लावा खौलता रहता है। आस-पास तेजाब के तालाब हैं। जहां से हर समय भाप उठती रहती है। इस ज्वालामुखी के मुहाने को ‘डालोल’ कहते हैं। समुद्र का खारा पानी जब ज्वालामुखी से निकलने वाले खनिजों और लावा के साथ मिलता है, तो कई तरह के चमकीले रंग पैदा करता है। तेजाब के तालाब में जब सल्फर और नमक एक दूसरे के साथ मिलते हैं तो चमकीला पीला रंग दिखाई देता है। इसी तरह जब ये तांबा नमक के साथ मिलता है तो चमकीला फिरोजी रंग तैयार होता है।

साल 2013 से पहले तक दानाकिल के बारे में दुनिया को बहुत ज्यादा मालूम नहीं था। लेकिन साल 2013 में ‘यूरोप्लांट’ की टीम ने इस इलाके में रिसर्च करना शुरू किया। यूरोप्लांट रिसर्च संस्थाओं और कंपनियों का एक संघ है। जिसका काम धरती के ऐसे इलाकों पर तजुर्बे करना है, जिससे मंगल ग्रह पर रिसर्च करने में मदद मिले। इस बारे रिसर्चर्स का मानना है कि इस इलाके तक पहुंचना आसान काम नहीं है। साल 2012 में यूरोप के कुछ रिसर्चर यहां आए थे, लेकिन उन्हें अगवा कर लिया गया था। यहां तक पहुंचने के लिए इस देश के फौजी साथियों की मदद की दरकार होती है।

इस इलाके की हवा में क्लोरीन और हाईट्रोजन सल्फाइड गैस अधिक मात्रा घुली हुई है। इसीलिए यहां आने वाले रिसर्चर्स को गैस मास्क का सहारा लेकर ही यहां आना पड़ता है। प्रोफेसर क्वालाजी के अनुसार ये पता होना बेहद जरूरी है कि किस जगह पर जमीन के भीतर ज्यादा हलचल मची है। गलती से भी अगर आपने उस जगह पर पैर रख दिया या आप गिर गए तो जलने से आपको कोई नहीं बचा सकता।

रिसर्चर्स ने साल 2013 में यहां काम शुरू किया था, इसके बाद साल 2016 में नमूने जमा किए और साल 2017 में बहुत से नमूनों के साथ लौटे। अच्छी बात ये रही कि रिसर्चर्स की मेहनत बेकार नहीं गई। जिस काम के लिए वो वहां गए थे उसमें सफल हुए। यहां से लिए गए नमूनों में उन्हें कुछ बैक्टीरिया मिले जिससे जिंदगी होने के सबूत मिले। दो अलग अलग जगह के नमूनों में अलग अलग तरह के बैक्टीरिया पाए गए।

राज्य
View More

Shorts see more

सावधान! रसोई में इस्तेमाल हो रहा तेल बन सकता है ब्रेस्ट कैंसर की वजह

सावधान! रसोई में इस्तेमाल हो रहा तेल बन सकता है ब्रेस्ट कैंसर की वजह

  • किचन का आम तेल भी बन सकता है ब्रेस्ट कैंसर की वजह
  • Linoleic Acid बढ़ा सकता है खतरनाक Triple-Negative Breast Cancer
  • सरसों का तेल, नारियल तेल या देसी घी हो सकते हैं सुरक्षित विकल्प
read more

ताजा खबरें
View More

PM मोदी ने विशाखापट्टनम में मनाया 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, कहा - 'योग सभी का है, सबके लिए'
PM मोदी ने विशाखापट्टनम में मनाया 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, कहा - 'योग सभी का है, सबके लिए'
 ‘दृश्यम’ जैसी साजिश: फरीदाबाद में बहू की हत्या कर 12 फीट गहरे गड्ढे में दफनाया, दो महीने बाद हुआ खुलासा
‘दृश्यम’ जैसी साजिश: फरीदाबाद में बहू की हत्या कर 12 फीट गहरे गड्ढे में दफनाया, दो महीने बाद हुआ खुलासा
ऑपरेशन सिंधु: ईरान से तीसरी फ्लाइट पहुंची भारत, अब तक 517 भारतीयों की सुरक्षित वापसी
ऑपरेशन सिंधु: ईरान से तीसरी फ्लाइट पहुंची भारत, अब तक 517 भारतीयों की सुरक्षित वापसी
डबल फीस लेकर लौटे माधव मिश्रा! क्रिमिनल जस्टिस सीजन 4 के लिए पंकज त्रिपाठी को मिले कितने करोड़, जानकर रह जाएंगे हैरान
डबल फीस लेकर लौटे माधव मिश्रा! क्रिमिनल जस्टिस सीजन 4 के लिए पंकज त्रिपाठी को मिले कितने करोड़, जानकर रह जाएंगे हैरान
कप्तानी डेब्यू पर शुभमन गिल ने किया सबको प्रभावित, गावस्कर बोले – गजब का संयम और क्लास
कप्तानी डेब्यू पर शुभमन गिल ने किया सबको प्रभावित, गावस्कर बोले – गजब का संयम और क्लास
अब सिर्फ 45 दिन तक सुरक्षित रहेंगे चुनावों के वीडियो और तस्वीरें, आयोग ने बदले दिशा-निर्देश
अब सिर्फ 45 दिन तक सुरक्षित रहेंगे चुनावों के वीडियो और तस्वीरें, आयोग ने बदले दिशा-निर्देश
उत्तराखंड : कोटद्वार में दिल दहला देने वाला मर्डर केस, प्रेमी के लिए पत्नी ने रच डाली खौफनाक साजिश, पति को मार जंगल में फेंका शव
उत्तराखंड : कोटद्वार में दिल दहला देने वाला मर्डर केस, प्रेमी के लिए पत्नी ने रच डाली खौफनाक साजिश, पति को मार जंगल में फेंका शव
अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद मलबे से निकला सोना, जानिए कानूनी प्रक्रिया और कैसे कर सकते हैं दावा
अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद मलबे से निकला सोना, जानिए कानूनी प्रक्रिया और कैसे कर सकते हैं दावा
2 News : राम चरण की पत्नी ने बेटी को बर्थडे पर उसके नाम वाली बाघिन से मिलवाया, श्रीलंकाई PM से मिला यह एक्टर
2 News : राम चरण की पत्नी ने बेटी को बर्थडे पर उसके नाम वाली बाघिन से मिलवाया, श्रीलंकाई PM से मिला यह एक्टर
Oppo का नया 5G स्मार्टफोन धमाकेदार फीचर्स के साथ लॉन्च, डैमेज प्रूफ बॉडी, कीमत भी बजट में
Oppo का नया 5G स्मार्टफोन धमाकेदार फीचर्स के साथ लॉन्च, डैमेज प्रूफ बॉडी, कीमत भी बजट में
सितारे ज़मीन पर ने पहले दिन कमाए 10.50 करोड़, भावनात्मक कहानी का दर्शकों ने किया गर्मजोशी से स्वागत
सितारे ज़मीन पर ने पहले दिन कमाए 10.50 करोड़, भावनात्मक कहानी का दर्शकों ने किया गर्मजोशी से स्वागत
क्यों मनाया जाता है योग दिवस 21 जून को? जानिए पीछे की पूरी कहानी, महत्व और 2025 की थीम
क्यों मनाया जाता है योग दिवस 21 जून को? जानिए पीछे की पूरी कहानी, महत्व और 2025 की थीम
राजा रघुवंशी हत्याकांड में मिस्ट्री गर्ल 'अलका' की एंट्री ने बढ़ाया सस्पेंस, क्या पलट गया पूरा केस!
राजा रघुवंशी हत्याकांड में मिस्ट्री गर्ल 'अलका' की एंट्री ने बढ़ाया सस्पेंस, क्या पलट गया पूरा केस!
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: योग से तन-मन को संवारें, अपनों को भेजें ये प्रेरणादायक संदेश
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: योग से तन-मन को संवारें, अपनों को भेजें ये प्रेरणादायक संदेश