बॉलीवुड में खलनायकी को दिलाई थी नयी पहचान 'मोगैम्बो' ने
By: Kratika Thu, 22 June 2017 11:48:20
बॉलीवुड में अमरीश पुरी को एक ऐसे अभिनेता के तौर पर याद किया जाता है जिन्होंने अपनी कड़क आवाज, रौबदार भाव और दमदार अभिनय के बल पर खलनायकी को एक नयी पहचान दी। रंगमंच से फिल्मों के रूपहले पर्दे तक पहुंचे अमरीश पुरी ने करीब तीन दशक में लगभग 250 फिल्मों में अभिनय का जौहर दिखाया।
'मोगैम्बो खुश हुआ’, फिल्म ‘मि. इंडिया’ का यह डायलॉग आज भी जब कहीं सुनाई दे जाता है, तो जेहन में स्वर्गीय अमरीश पुरी की तस्वीर बनने लगती है। बॉलीवुड का यह महान खलनायक आज दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी फिल्मों में निभाए गए उनके खलनायक के किरदार आज भी लोगों को याद है। आज वो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन फिल्मों में उनकी दमदार आवाज और गुस्से से बाहर निकली हुई उनकी डरावनी आंखें खलनायक के किरदार में फिट बैठती थी। शायद यही कारण हैं कि आज तब बॉलीवुड में उनकी टक्कर का खलनायक नहीं आया या ऐसा कहे कि कोई उनकी जगह न ले सका।
अमरीश पुरी का जन्म पंजाब के नौशेरा गांव में 22 जून 1932 को हुआ था. अमरीश पुरी का पूरा नाम 'अमरीश लाल पुरी' था। लगभग 40 साल की उम्र में अमरीश पुरी ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था. उसके बाद अमरीश पूरी ने लगभग 400 फिल्मों में काम किया था.पुरी ने अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1971 में फिल्म 'प्रेम पुजारी' से की थी. हालांकि इस फिल्म में उनका रोल बहुत छोटा था. इसके बाद उन्होंने फिल्म रेशमा और शेर में अमिताभ बच्चन के साथ काम किया.
उनकी आखिरी फिल्म किसना थी जो उनके निधनके बाद साल 2005 में रिलीज हुई थी. उन्होंने कई विदेशी फिल्मों में भी कामकिया था. पुरी ने इंटरनेशनल फिल्म गांधी में खान की भूमिका निभाई थी जिसकेलिए उनकी खूब तारीफ हुई थी.अमरीश पुरी का निधन 72 साल की उम्र में 12 जनवरी 2005 को ब्रेन ट्यूमर की वजह से हो गया.