
आज देश कोरोना से डटकर मुकाबला कर रहा हैं और सरकार द्वारा भी टेस्टिंग में लगातार इजाफा किया जा रहा हैं ताकि संक्रमण पर लगाम लगाई जा सकें। ऐसे में जनमानस का भी प्रशासन को सहयोग जरूरी होता हैं। लेकिन इसका उलट ही नजारा देखने को मिला देहरादून के जसपुर के मोहल्ला भूप सिंह में जहां गली में कोरोना संक्रमित पाया गया तो प्रशासन द्वारा गली में टेस्टिंग का दौर शुरू किया गया। लेकिन लोग घरों में ताले लगाकर गायब हो गए। डीएम ने मामले की जांच सीएमओ को सौंपी है।
22 अगस्त को मोहल्ला भूप सिंह में कोरोना पॉजिटिव मिले लोगों की गली से सटी दो गली छोड़कर तीसरी गली सील कर दी थी। विधायक आदेश चौहान ने मौके पर पहुंचकर अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाकर गली में लगाए अवरोधक हटाने को कहा था।
भाजपा नेता अजय अग्रवाल ने अधिकारियों पर कार्यालय में बैठकर कार्य करने और धरातल का निरीक्षण नहीं कर प्रदेश सरकार की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया था। सरकारी अस्पताल की टीम सील की गई गली बफर जोन में घर-घर जाकर लोगों की जांच करती, उससे पहले ही सोमवार की रात से गलीवासी अपने घरों में ताले लगाकर गायब हो गए।
गली में सन्नाटा पसरा है। गलीवासियों का हाल जानने पहुंचे भाजपा नेता पूर्व सांसद प्रतिनिधि शीतल जोशी को गली में कोई नहीं मिला। उन्होंने सीएम के निजी सचिव इवा सहाय को जानकारी दी। डीएम से भी मामले की जांच कराकर गली से अवरोधक हटाए जाने की मांग की। डीएम रंजना राजगुरु ने फोन पर बताया कि जांच सीएमओ देवेंद्र पंचपाल को सौंपी गई है। वह बुधवार को जांच के लिए जसपुर पहुंचेंगे।














