इंडोनेशिया : ज्वालामुखी विस्फोट के बाद सुनामी का कहर, 43 की मौत, 600 से अधिक घायल
By: Pinki Sun, 23 Dec 2018 08:51:36
इंडोनेशिया में शनिवार को एक बार फिर सुनामी ने कहर बरपाया है। जिसमे 43 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 600 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस घटना में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। बताया जा रहा है कि ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद समुद्र के नीचे हलचल हुई और इससे समुद्र के नीचे भूस्खलन हुआ। इसके कारण सुनामी की लहरें उठीं और कहर बरपाया। इंडोनेशियाई अधिकारियों ने रविवार को जानकारी दी कि क्रैकटो ज्वालामुखी के 'चाइल्ड' कहने जाने वाले अनक ज्वालामुखी के फटने से यह सुनामी आई है।
इस सुनामी की लहरों ने शनिवार रात करीब 09:30 बजे इंडोनेशिया के दक्षिण सुमात्रा और पश्चिम जावा के समुद्री क्षेत्र में कहर बरपाया। इसकी चपेट में आने से कई इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। अधिकारियों ने यह सुनामी क्रैकटो ज्वालामुखी के 'चाइल्ड' कहे जाने वाले अनक क्रैकटो ज्वालामुखी के फटने से आने का अनुमान जताया है। इस घटना के बाद इंडोनेशिया की जियोलॉजिकल एजेंसी इसकी जांच में जुट गई है। प्रवक्ता ने कहा, "43 लोगों की मौत हुई है, 600 लोग घयाल हुए हैं और दो लोग लापता हैं।" इस सुनामी का सबसे ज्यादा असर जावा के बानतेन प्रांत स्थित पंडेगलांग इलाके पर पड़ा है। मृतकों में शामिल 33 लोग इसी इलाके से हैं। इस आपदा के चश्मदीद ओएस्टीन एंडरसन ने फेसबुक पर लिखा, 'मैं ज्वालामुखी की तस्वीरें ले रहा था, तभी समुद्र में उठ रही ऊंची-ऊंची लहरें जमीन पर 15-20 से मीटर अंदर तक पहुंच गईं। इसे देखकर मुझे वहां से भागना पड़ा।' वह कहते हैं, 'अगली लहर होटल एरिया तक जा पहुंचीं और सड़कों व कारों को तहसनहस कर दिया। किसी तरह मैं अपने परिवार के साथ वहां से निकलने में कामयाब रहा और जंगल के रास्ते ऊंचे इलाके तक पहुंचा। शुक्र है कि हम सब ठीक-ठीक है।'
बता दें कि इससे पहले सितंबर में इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में आए ताकतवर भूकंप और इससे पैदा हुई सुनामी की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 832 हो गई थी। यहां 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठी थीं और पानी द्वीप के अंदर घुस गया था।
पूर्वी इंडोनिशया के पापुआ प्रांत में 16 दिसंबर को 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था लेकिन सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई थी। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के मुताबिक, 16 दिसंबर को स्थानीय समयानुसार शाम छह बजकर 42 मिनट पर भूकंप आया। प्रांत की राजधानी जयापुरा से दक्षिण-पश्चिम में करीब 158 किलोमीटर दूर आए भूकंप की गहराई 61 किलोमीटर थी।