विशाखापट्टनम गैस लीक हादसा / मृतकों के परिवारों को आंध्रप्रदेश सरकार देगी एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा
By: Pinki Thu, 07 May 2020 4:00:41
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक फार्मा कंपनी एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री में केमिकल में गैस रिसाव होने की वजह 11 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 300 से अधिक लोगों की हालत गंभीर है। इन सभी लोगों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह हादसा गुरुवार सुबह तड़के करीब 2:30 से तीन बजे के करीब हुआ। गैर लीकेज के बाद पास के कई नजदीकी गांवों को खाली कराया गया है और 20 गांव इससे प्रभावित हुए हैं। घटना विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम गांव की है।
1 हजार लोगों को अस्पताल में किया भर्ती
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के सदस्यों और एम्स के निदेशक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया,'यह विशाखापत्तनम से 20 किलोमीटर दूर गैस लीकेज हुआ था। यह गैस जहरीली और मानव शरीर के लिए खतरनाक है। अभी तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 1 हजार लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।' एनडीआरएफ के डीजी ने बताया कि यह हादसा देर रात ढ़ाई बजे हुआ था लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई और जहरीली गैस की वजह से दिक्कतें होने लगी। सुबह में करीब 250 परिवारों को बाहर निकाला गया। डोर-टू-डोर सर्च ऑपरेशन पूरा हो चुका है।' इस मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
मुआवजे का ऐलान
सीएम जगन मोहन रेड्डी खुद विशाखापट्टनम पहुंच गए हैं। सीएम जगन मोहन रेड्डी ने किंग जॉर्ज हॉस्पिटल में एडमिट पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मुआवजे का ऐलान किया। हादसे के कारण जान गंवाने पर लोगों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही पीड़ितों को 10-10 लाख रुपये और डिस्चार्ज किए जा चुके लोगों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि मिलेगी। साथ ही पूरे मामले की 5 सदस्यीय कमेटी जांच करेगी।
गैस वॉल्व की वजह से हुआ रिसाव!
शुरुआती जांच रिपोर्ट में पता चला कि गैस वॉल्व में दिक्कत के कारण हादसा हुआ। गुरुवार सुबह 2:30 बजे गैस वॉल्व खराब हो गया और जहरीली गैस लीक कर गई। हालांकि, एलजी पॉलिमर्स का कहना है कि हम गैस लीक होने के कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही हादसे के शिकार लोगों को मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
कंपनी जिम्मेदार, कार्रवाई की जाएगी : उद्योग मंत्री
आंध्र प्रदेश के उद्योग मंत्री एमजी रेड्डी ने बताया, 'कारखाने में गैस रिसाव की सूचना के बाद, लॉकडाउन प्रक्रिया तुरंत शुरू की गई थी। स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया। गैस रिसाव पर नियंत्रण पा लिया गया था। लेकिन, आस-पास के इलाकों में थोड़ी गैस फैल गई जिससे लोग प्रभावित हो गए। इसके लिए कंपनी जिम्मेदार है। उन्हें सामने आकर हमें यह बताना होगा कि इसके लिए प्रोटोकॉल का पालन किया गया कि नहीं। तदनुसार, उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।'