हाथरस कांड की जांच कर रही SIT को 10 दिन का और मिला वक्त, आज देनी थी रिपोर्ट
By: Pinki Wed, 07 Oct 2020 08:54:37
हाथरस गैंगरेप केस की जांच कर रही गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता वाली 3 सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) को और 10 दिन की मोहलत दी गई है। दरअसल, पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी को पहले सात दिन की मोहलत दी गई थी, जिसकी मियाद आज बुधवार को पूरी हो रही है। इस बीच एसआईटी टीम ने जांच के लिए और 10 दिन की मोहलत मांगी थी, जिसे योगी सरकार ने मंजूरी दे दी है। बता दें कि एसआईटी द्वारा प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के एसपी, सीओ समेत 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
बता दें कि इस मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पीड़ित परिवार और विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी गठित कर जांच रिपोर्ट तलब की थी। हालांकि, बाद में मुख्यमंत्री ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश भी कर दी थी। एसआईटी की टीम ने पीड़िता के परिवार से बात की और बयान दर्ज किया। साथ ही चश्मदीदों के साथ बातचीत और सीन को रिक्रिएट भी किया गया। कल एसआईटी वहां गई थी, जहां पर पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया था।
फोन कॉल रिकॉर्ड से नया खुलासा
हाथरस कांड में फोन कॉल रिकॉर्ड से नया मोड़ आ गया है। एसआईटी की जांच में पता चला है कि आरोपी संदीप के फोन से पीड़िता के भाई के फोन पर लगातार बातचीत हुई थी। अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 तक दोनों फोन के बीच 104 कॉल हुई, जिसमें से 62 कॉल आरोपी संदीप के फोन पर आई, जबकि 42 कॉल पीड़िता के भाई के फोन पर।
गौरतलब है कि हाथरस जिले के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को 19 वर्षीय दलित लड़की से 4 लड़कों ने कथित रूप से गैंगरेप किया और उसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की। बाद में पीड़िता को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया, लेकिन तबीयत में सुधार न होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट किया गया था, जहां 29 सितंबर को इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई। लेकिन, उस वक्त बवाल मच गया जब पुलिस ने रात में ही परिजनों को बिना शव सौंपे उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना के बाद सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक आक्रोश देखने को मिला।