बलिया गोलीकांड / मृतक के भाई ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- आरोपी को पकड़ लिया था लेकिन बाद में छोड़ दिया

By: Pinki Fri, 16 Oct 2020 08:44:37

बलिया गोलीकांड / मृतक के भाई ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- आरोपी को पकड़ लिया था लेकिन बाद में छोड़ दिया

उत्तर प्रदेश के बलिया में दिनदहाड़े दबंगों की फायरिंग में युवक की हत्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई की है। उन्होंने मौके पर मौजूद एसडीएम, सीओ और अन्य पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया है। साथ ही आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी निर्देश दिया है। वहीं, बलिया हत्याकांड पर मृतक के भाई ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक के भाई का कहना है कि जब धीरेंद्र प्रताप और उसके लोग पत्थरबाजी और फायरिंग कर रहे थे तो पुलिस उनको बचाने का प्रयास कर रही थी और मृतक पक्ष के लोगों को पीटकर भगा रही थी।

यही नहीं मृतक के भाई ने यह भी आरोप लगाया है कि वारदात के बाद पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी को पकड़ लिया था लेकिन बाद में उसे भीड़ से बाहर ले जाकर छोड़ दिया।

बता दें कि बलिया के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में 15 अक्टूबर को दोपहर बाद पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की मौजूदगी में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात उस वक्त हुई जब कोटा की दुकान के लिए एसडीएम और सीओ की मौजूदगी में गांव में खुली बैठक चल रही थी। इस मामले का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह है जो अभी तक फरार है। धीरेंद्र प्रताप सिंह बलिया के बेरिया से बीजेपी के चर्चित विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी बताया जाता है। इस वारदात में गोली लगने से दुर्जनपुर पुरानी बस्ती निवासी 46 साल के जयप्रकाश उर्फ गामा पाल की इलाज के लिए ले जाते समय मौत हो गई। घटना में ईंट पत्थर और लाठी डंडे चलने से तीन महिलाओं सहित आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा भेजा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

कोटे की दुकान पर हुई लड़ाई

मृतक जयप्रकाश पाल के भाई तेजबिहारी पाल ने बताया कि कोटे की दुकान को लेकर दो प्रत्याशी लड़ रहे थे और वह बाहर से आदमी लेकर आए और एसडीएम साहब ने कहा कि जो लोग यहां के हैं वही यहां रहेंगे हम उनसे प्रमाण प्रूफ लेंगे, नहीं तो उसको लाइन से बाहर निकाल देंगे। जयप्रकाश पाल ने कहा कि प्रमाण पत्र मांगने पर कुछ लोग नाराज हो गए और एसडीएम से बहस करने लगे। आधा घंटा बाद लोग भागने लगे। इसी दौरान धीरेंद्र प्रताप सिंह से जुड़े लोग ईंट पत्थर और गोली चलाने लगे। उन्होंने कहा कि करीब करीब 15-20 फायर हुआ। उसमें एक बाहरी बदमाश है उसे हम पहचानते नहीं हैं। एक अजय सिंह नाम का व्यक्ति फायर कर रहा था। पीड़ित का दावा है कि धीरेन्द्र प्रताप हमारे भाई को गोली मार दिया।

आर्मी से रिटायर है मुख्य आरोपी


पुलिस के मुताबिक आरोपी धीरेन्द्र प्रताप सिंह आर्मी से रिटायर है और विधायक सुरेंद्र सिंह के साथ में रहता है। जयप्रकाश पाल का आरोप है कि वहां दस पुलिस के लोग थे, 2 महिला पुलिस भी थी। पुलिस आरोपियों को बचा रही थी और हम लोगों को पीट रही थी, और जब आरोपी गोली मारकर भाग रहा था तो पुलिस ने उसको पीछे से पकड़ लिया और उसके बाद बंधे पर ले जाकर छोड़ दिया और उसे वहां से भागने को कह दिया।

आठ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा

पुलिस ने इस हत्याकांड में कुल आठ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक दर्जन से ज्यादा टीमें लगाई गई हैं। देर रात डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने भी मौका ए वारदात का जायजा लिया और मृतक के परिजनों से बातचीत की। डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि इस घटना में 8 लोग नामित किए गए हैं। उसमें एक मुख्य हत्यारोपी है जिसने फायर किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस घटना को चुनौती के रूप में लिया है और इस मामले में पुलिस ऐसा एक्शन लेगी कि उदाहरण बन जाएगा।

आरोपी का भागना स्थानीय पुलिस की लापरवाही-DIG

डीआईजी के मुताबिक दावा किया गया है कि जिस हथियार की फायरिंग से शख्स की मौत हुई है वह लाइसेंसी रिवॉल्वर थी। इसकी जांच आरोपी के पकड़े जाने और पिस्टल की रिकवरी के बाद ही हो पाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी स्पष्ट हो जाएगा की गन शॉट की इंजरी किससे हुई है। सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि मृतक के भाई द्वारा बताया गया है कि पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया था इसके बाद भीड़ का फायदा उठाकर वह भाग गया। ये निश्चित रूप से पुलिस की लापरवाही है और इस पर सख्त एक्शन होगा।

विपक्ष का हमला

कांग्रेस और सपा का आरोप है कि फायरिंग बीजेपी के कार्यकर्ता ने की है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं को गुंडागर्दी का लाइसेंस है। जब शासक अपराधी हो, कानून गुंडों की दासी हो तो संविधान को रौंदना राजधर्म बन जाता है। वहीं, सपा ने कहा कि सत्ताधीश खुलेआम कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। बलिया में कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाने वाली खौफनाक वारदात सामने आई है। एसडीएम और सीओ के सामने बीजेपी नेता ने युवक जय प्रकाश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी। सपा और कांग्रेस के आरोप पर बलिया के बीजेपी जिलाध्यक्ष जय प्रकाश शाह ने कहा कि आरोपी धीरेंद्र सिंह बीजेपी में किसी पद पर नहीं है। वहीं, धीरेंद्र सिंह के फेसबुक अकाउंट के मुताबिक, वह 2011 से राजनीति से जुड़ा हुआ है और अपने को बीजेपी का कार्यकर्ता बताता है। सपा के MLC सुनील सिंह साजन ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकार अपराधी और गुंडे चला रहे हैं। बलिया की घटना ने इस बात को साबित भी कर दिया है। उत्तर प्रदेश में कुछ भी हो लेकिन कानून व्यवस्था का राज तो बिल्कुल नहीं है। SDM और CO के सामने बीजेपी के गुंडे हत्या करके फरार हो जाते हैं। सपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आपका रामराज कहां है ? मुख्यमंत्री जी आप इस्तीफा दे दीजिए और किसी अपने जानने वाले बड़े अपराधी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दीजिए। सरकार तो अपराधियों के चरणों में नतमस्तक है।

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