कई बार अपराधी यह सोचता हैं कि उसने अपराध करते समय किसी प्रकार की कोई गलती नहीं की हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला वाराणसी में जहां पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर उसका शव घर के ही आंगन में दफना दिया। लेकिन उसके बेटे के शक ने पिता के अपराध को उजागर कर दिया। घटना लोहता थाना क्षेत्र के भिटारी गांव में सोमवार देर शाम घतिती हुई। मृतका की पहचान 45 साल की आशा देवी के रूप में हुई है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
राजेंद्र प्रसाद अपने घर पर ही खिलौना बनाने का काम करता था। सोमवार को राजेंद्र का बेटा अमर घर पहुंचा तो आंगन में बोरे से ढंका मिट्टी देखा। पिता से पूछा कि मां कहां है। इसके बाद राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि वो बाहर सामान खरीदने गयी है। थोड़ी देर बाद राजेंद्र मौके से फरार हो गया।
उधर, राजेंद्र प्रसाद के फरार होने के बाद अमर को शक हुआ। उसने फावड़ा लाकर मिट्टी खोदी तो अपनी मां का शव देखा। फिर उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। पड़ोसियों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने डेडबॉडी को निकाला। पुलिस ने बताया कि शव के ऊपर काफी मात्रा में नमक डाला गया था।
सीओ सदर डॉक्टर राकेश मिश्रा ने बताया कि राजेंद्र प्रसाद ने अपनी पत्नी आशा देवी की हत्या की गयी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वह पत्नी के चरित्र पर शक करता था। महिला के शरीर पर चोट के निशान भी है। उधर, मृतका के दोनों बेटों ने अपने पिता पर हत्या का आरोप लगाया है।