अपराध की दुनिया में कई लोग ऐसे होते हैं जो मजबूरी के चलते इसका दामन थामते हैं। लेकिन वहीँ कुछ अपराधी ऐसे होते हैं जिनको सनक होती हैं। ऐसा ही एक अपराधी हैं प्रदीप राव जो 30 साल का हैं और उसने अपना पहला अपराध 15 साल की उम्र में किया था। युवक पर बड़ा अपराधी बनने की सनक सवार हैं। एसपी राहुल काेटाेकी ने बताया कि इसे पकड़ने के लिए स्पेशल टीम गठित की गई हैं और तलाश में जुटे पुलिसकर्मियों काे भी हथियारों से लैस कर भेजा है, ताकि जरूरत पड़ने पर वे अपराधी से मुठभेड़ में जवाबी कार्रवाई की जा सके।
कांस्टेबल काे गाेली मारने के बाद जेल से छूटा ताे हाैसला बढ़ा, ड्रग्स रैकेट से जुड़कर करने लगा अपराध
जैतारण इलाके में 2 अक्टूबर काे गाेली मार कर अधेड़ भारत भूषण की हत्या करने तथा 7 अक्टूबर काे फिर से उसी गांव में अपने दाेस्त के बड़े भाई की कनपटी पर पिस्ताैल तान बाइक लूट कर भागे कुख्यात हिस्ट्रीशीटर प्रदीप राव की तलाश में पुलिस एडी-चाेटी का जाेर लगा रही है।
जैतारण इलाके में पांच दिन के अंतराल में फायरिंग कर आतंक फैलाने वाले इस बदमाश की उम्र 30 साल है, लेकिन उसका क्राइम रिकाॅर्ड पिछले पंद्रह साल से अपराध दर अपराध करने वाला रहा है। पुलिस पूछताछ में बात निकली कि बदमाश प्रदीप राव पर बड़ा अपराधी बनने की सनक सवार है।
वह टीवी पर अकसर क्राइम सीरियल देखता था और उसे घूमने-फिरने व शाैक-माैज करने की आदत थी। वह बाइक पर पिछले काफी समय से मादक पदार्थों की तस्करी में भी लिप्त रहा है, जिसके लिए वह हमेशा हथियार साथ रखता है। साेजत इलाके में दाे लड़कियों को बहला फुसलाकर भगा ले गया, दुष्कर्म किया, फरवरी में पुलिस ने चोरी के मामले में राव को महिला के घर से पकड़ा था
पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि आराेपी मूल रूप से जैतारण के बिकरलाई गांव का निवासी है, लेकिन उसके पिता परिवार समेत बीस साल पहले चांवडिया गांव में शिफ्ट हाे गए। जहां उसके पिता टेंट का काम करते थे, लेकिन 2005 में आराेपी प्रदीप ने 15 साल की उम्र में अपनी एक रिश्तेदार से दुराचार किया। ग्रामीण बताते हैं कि इस घटना से आहत हाेकर रिश्तेदार ने आत्महत्या कर ली।
परिवार ने लाेक-लाज के भय से पुलिस तक मामला नहीं पहुंचने दिया। उस घटना के बाद प्रदीप काे घर से बेदखल कर दिया ताे वह साेजत इलाके में रहने लगा। यहां भी दाे लड़कियों काे भगाकर ले गया और उनसे दुष्कर्म किया। दाे-तीन साल बाद जेल से छूटा ताे चाेरी-नकबजनी करने लगा और एमपी व सीमावर्ती जिलाें से मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त हाे गया। पिछले दाे-तीन साल से उसने झूठा गांव में एक विधवा महिला के घर काे अपना ठिकाना बना रखा था। चाेरी के एक मामले में इस साल फरवरी माह में पुलिस ने उसे महिला के घर से पकड़ा और अप्रैल में वह जेल से छूट गया।
जेल से छूटते ही मादक पदार्थों की तस्करी शुरू
आराेपी प्रदीप काे 2012 में बिलाड़ा पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा था। उस समय आराेपी ने एक कांस्टेबल काे गाेली मारी, जिससे वह गंभीर घायल हुआ था। उस केस में छह-सात माह बाद जेल से छूटने के बाद उसके हौसले और बढ़ गए और वह मादक पदार्थों व हथियार तस्करी में लिप्त हाे गया। जाेधपुर के प्रताप नगर पुलिस ने उसे हथियार तस्करी में पकड़ा था, जाे दिसंबर 2019 में ही जेल से छूटा और फिर से झूठा गांव में आकर रहने लगा।
गत 2 अक्टूबर काे खिनावड़ी गांव से वह अपने साथी सुरेश भाट निवासी गंगापुर सिटी, भीलवाड़ा के साथ मादक पदार्थों की सप्लाई देने जा रहा था। गांव के भारत भूषण ने उसे राेक कर ललकारा ताे आराेपी ने पिस्टल से दाे फायर किए, जिससे भारत भूषण की माैत हाे गई।
जल्द ही बदमाश काे पकड़ लिया जाएगा : एसपी
जैतारण इलाके में 5 दिनाें में अपराधी ने दाे वारदात कर सामाजिक शांति में खलल पैदा किया है। पुलिस का बेसिक काम यही है कि क्रिमिनल काे पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाएं और सामाजिक शांति का माहौल बनाए रखे। इस आराेपी काे पकड़ने के लिए स्पेशल टीम गठित की गई है, जिसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। - राहुल काेटाेकी, एसपी, पाली