PM मोदी के कहने पर 850 भारतीय कैदियों को रिहा करेगा सऊदी अरब
By: Priyanka Maheshwari Thu, 21 Feb 2019 00:54:21
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद ने सऊदी की जेलों में बंद 850 भारतीय कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया है। उन्होंने यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निवेदन पर किया है। इसके साथ ही भारतीय हज यात्रियों का कोटा भी बढ़ा दिया गया है। अब यह कोटा दो लाख यात्रियों का होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया, 'एक और बड़ा फैसला। वहीं एक अन्य ट्वीट में रवीश कुमार ने लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुरोध पर सऊदी अरब के युवराज ने भारतीय हज यात्रियों की संख्या को बढ़ाकर 2 लाख कर दिया है।
बता दें कि सऊदी अरब ने भारत के लिए आवंटित हज कोटे में करीब 25 हजार की बढ़ोतरी की थी, जिससे यह अब दो लाख हो गया है। पिछले साल 1,75,025 लोग हज पर गए थे। हज कोटे में बढ़ोतरी को 'बड़ी उपलब्धि' करार देते हुए अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'सऊदी अरब के बादशाह और युवराज के साथ प्रधानमंत्री के अच्छे रिश्ते का नतीजा है कि चार वर्षों में लगातार हज कोटे में बढ़ोतरी हुई है और अब यह दो लाख हो गया है। यह अपने आप में रिकॉर्ड है।'
Another big deliverable!
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) February 20, 2019
At the request of the PM @narendramodi, His Royal Highness the Crown Prince of Saudi Arabia has ordered the release of 850 Indian prisoners lodged in Saudi jails. pic.twitter.com/jIVTCbIRLa
सऊदी अरब ने आतंकवाद और अतिवाद पर भारत का हर तरह से सहयोग करने का भरोसा भी दिया है। हालांकि, उसने पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले का नाम तक नहीं लिया।
सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत के बाद कहा कि आतंकवाद दोनों देशों की साझा चिंता है और इसका सामना करने के लिए पूरा सहयोग दिया जाएगा। वहीं पीएम मोदी ने पुलवामा हमले को आतंकवाद के अभिशाप का क्रूर प्रतीक बताया।
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान के बीच बुधवार को विस्तृत बातचीत हुई, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच पर्यटन समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय निवेश के लिए पांच सहमति ज्ञापन पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। विदेश मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष में निवेश करने पर भारत सरकार और सऊदी अरब की सरकार के बीच सहमति पत्र पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सऊदी अरब के ऊर्जा व उद्योग और खनिज संसाधन मंत्री खालिद अल फलीह ने हस्ताक्षर किए।
And another important take away from the visit of #SaudiCrownPrince which would help more Indian pilgrims to perform the Haj
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) February 20, 2019
His Royal Highness the #SaudiCrownPrince announced the increase in quota for Indian Haj pilgrims to 200,000 at the request of PM @narendramodi. pic.twitter.com/FrPR3hc2eD
इससे पहले सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान बुधवार को भारत में 100 अरब डॉलर निवेश करने का वादा किया। एनर्जी, रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल, इन्फ्राट्रक्चर, कृषि और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में ये इंवेस्टमेंट किए जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने भी आज एक प्रेस कांफ्रेंस करके इस बात की पुष्टि की है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने सऊदी क्राउन प्रिंस के इस फैसले का स्वागत भी किया।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने ऐलान के साथ ही कहा कि उनका मुल्क भारत को एक मौके के तौर पर देख रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के प्रिंस के बीच बातचीत के बाद दोनों देशों ने पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड में निवेश के लिए दोनों देशों ने आपसी सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर किए।
सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अपनी पहली भारत के द्विपक्षीय यात्रा पर आए हुए हैं। उनका राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया गया और उन्हें यहां गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भारत और सऊदी अरब दोनों के डीएनए में दोस्ती है। उन्होंने दोनों दोस्तों के संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया।