बीते दिनों आईपीएल में दिल्ली और बेंगलोर में हो रहे मैच के दौरान बेंगलोर के सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच नॉन स्ट्राइकर छोर पर लाइन से ज्यादा बाहर निकल गए थे जिसको लेकर आश्विन ने उन्हें चेतावनी दी थी लेकिन आउट नहीं किया था। जबकि इंडियन प्रीमियर लीग के 2019 के एक मैच के दौरान आश्विन ने ऐसे ही जोस बटलर को आउट किया था। लेकिन दिल्ली के कोच रिकी पॉन्टिग इसे खेल भावना का हिस्सा नहीं मानते हैं जिसके चलते आश्विन ने सिर्फ चेतावनी दी।
दिल्ली कैपिटल्स (DC) के कोच रिकी पॉन्टिग ने अपने मुख्य स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से वादा किया कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से उन टीमों पर रनों का जुर्माना लगाने के बारे में बात करेंगे जिनके बल्लेबाज नान-स्ट्राइकर छोर पर ज्यादा ही बाहर निकल आते हैं।
इस किस्से के बाद अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘जब तक चोर पश्चाताप नहीं करें, तब तक आप चोरी नहीं रोक सकते। मैं हमेशा इसकी निगरानी नहीं रख सकता। मैंने ट्वीट में पॉन्टिग को टैग किया। उन्होंने (पॉन्टिग) कहा कि उन्होंने मुझे (फिंच) को रन आउट करने के लिए कह दिया होता। उन्होंने कहा कि गलत चीज गलत ही होती है।’
अश्विन ने कहा, ‘उन्होंने कहा कि वह जुर्माने के बारे में आईसीसी समिति से बात कर रहे हैं। वह अपने वादे को रखने के लिए सचमुच काफी मेहनत कर रहे हैं।’ उन्होंने नान-स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज को आउट नहीं करने की पॉन्टिग की सोच को सम्मान देने के लिए ऐसा किया और साथ ही फिंच उनके टीम के पुराने साथी भी रहे हैं। अश्विन ने कहा, ‘वह (फिंच) किंग्स इलेवन पंजाब के दिनों से ही अच्छा दोस्त रहा हैं, इसलिए मैंने इसे उन्हें अंतिम चेतावनी के तौर पर लिया।’
इस सीनियर आफ स्पिनर ने यह भी कहा कि कम से कम 10 रन जुर्माने के तौर पर काटे जाने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘इसकी सजा कड़ी होनी चाहिए। ऐसा करने के लिए 10 रन का जुर्माना कर दो तो कोई भी ऐसा नहीं करेगा। इस तरह से बल्लेबाज को आउट करना कोई कौशल की बात नहीं है लेकिन गेंदबाजों के पास कोई अन्य विकल्प भी नहीं है।’