पंजाब में किसानों नें मोबाइल टावरों को बनाया निशाना, 1500 से ज्यादा तोड़े गए, CM बोले- ये बर्दाश्त नहीं

By: Pinki Tue, 29 Dec 2020 09:56:25

पंजाब में किसानों नें मोबाइल टावरों को बनाया निशाना, 1500 से ज्यादा तोड़े गए, CM बोले- ये बर्दाश्त नहीं

मोबाइल टावरों पर तोड़-फोड़ की घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह एक्शन में आए हैं। सोमवार को कैप्टन ने कहा कि पंजाब में अराजकता या किसी निजी या सार्वजनिक संपत्ति के विनाश को सहन नहीं किया जाएगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों पर रोक नहीं है लेकिन संपत्ति के नुकसान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम ने ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई का आदेश दिया है। तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने पंजाब में 1500 से ज्यादा मोबाइल टावरों को निशाना बना चुके है। कई मोबाइल टावरों की बिजली काट दी गई तो कई जगह तार के बंडल जला दिए गए हैं।

आरोप है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान और उनके सहयोगी मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे पहले किसानों पर रिलायंस पेट्रोल पंप, रिलायंस रिटेल पर अपना गुस्सा उतारने का आरोप लगा था।

1504 मोबाइल टावरों अब तक पहुंचाया गया नुकसान

पिछले कुछ दिनों में पंजाब में मोबाइल टावर की पावर काटने, बिजली के तार काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं। किसानों के बीच धारणा है कि नए कृषि कानूनों का सबसे ज्यादा फायदा उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी की फर्मों को होगा, इसलिए किसान इन कंपनियों के संसाधनों पर ही अपना गुस्सा निकाल रहे हैं। पीटीआई के मुताबिक एक सूत्र ने बताया कि शनिवार तक 1411 मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाया गया था सोमवार को ये आंकड़ा 1500 से पार हो गया है। आंकड़े दिखाते हैं कि तीन दिन में क्षतिग्रस्त मोबाइल टावरों की संख्या दोगुनी हो गई। 25 दिसंबर को क्षतिग्रस्त टावरों की संख्या 700 थी, अब ये संख्या बढ़कर 1504 हो गई है।

राज्य के 22 जिलों में कुल 21,306 मोबाइल टावर हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राज्य में किसी भी कीमत पर अराजकता की स्थिति पैदा नहीं होने देंगे और किसी को कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। सिंह ने कहा कि उन्होंने इस बारे में कई बार अपील की, लेकिन इसे नजरअंदाज किया गया। इस वजह से उन्हें अपना रुख सख्त करना पड़ रहा है।

सीएम अमरिंदर ने कहा कि इस तरह संचार साधनों को नुकसान पहुंचाना छात्रों, खासकर बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले और कोविड महामारी के बीच कारण घर से काम करने वाले पेशेवरों के लिए नुकसानदायक होगा। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेवाएं भी काफी हद तक ऑनलाइन लेनदेन पर निर्भर हैं, मोबाइल में तोड़फोड़ की वजह से इस पर भी असर पड़ रहा है।

सिंह ने कहा, 'किसानों का आंदोलन अभी तक सफल रहा है और इसे समाज के सभी वर्गों और देशभर के लोगों का समर्थन मिला है, क्योंकि अभी तक विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा है।'

जालंधर में जलाए गए जियो के तार

जालंधर में जियो की तारों का जला दिया गया था। राज्य में जियो के 9000 मोबाइल टावर हैं। ज्यादातर टावरों की पावर सप्लाई बंद की जा रही है। एक स्थान पर तो कुछ लोग मोबाइल टावर के लिए लगे जेनेरेटर को भी खींच कर ले गए। अबतक 433 मोबाइल टावरों की मरम्मत भी कर दी गई है, लेकिन बात तब बिगड़ी जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने टावर की देख-रेख करने वाले कर्मचारियों को बुरे नतीजों की धमकी दी।

पंजाब पुलिस ने अबतक किसी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। इंडियन टेलिग्राफ एक्ट 1885 की धारा 25 के मुताबिक टेलिकॉम संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने पर 3 साल की सजा का प्रावधान है।

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