लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों की ओर से पेश किया गया अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिरा। कुल 451 सदस्यों की उपस्थिति में हुए मतविभाजन में विपक्ष के इस प्रस्ताव के समर्थन में महज 126 तो विरोध में 325 वोट पड़े। इस दौरान भाजपा ने शिवसेना की इस प्रस्ताव से बनाई गई दूरी की भरपाई 37 सदस्यों वाली अन्नाद्रमुक का समर्थन हासिल कर पूरी कर ली। जबकि चर्चा शुरू होन से पहले बीजेडी ने वाकआउट कर भाजपा की राह आसान करने के साथ ही कांग्रेस को करारा झटका दिया।
वही बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अगले सत्र में नीतीश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार किया जाएगा। केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में बहस के बीच तेजस्वी के इस बयान को वैसे सत्ता पक्ष कोई तवज्जों नहीं दे रहा है, लेकिन मानसून सत्र के पहले दिन विधानसभा के गलियारे में इसकी चर्चा रही।
शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का मकसद सिर्फ सरकार गिराना नहीं बल्कि उसकी गलत नीतियों का पर्दाफाश करना भी होता है। उन्होंने बताया कि राजग इस सत्र में नहीं तो अगले सत्र में नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार करेगी।