राष्ट्रपति कोविंद और उपराष्ट्रपति नायडू ने दी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि
By: Priyanka Maheshwari Thu, 16 Aug 2018 7:35:11
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है। वे पिछले करीब दो महीने से एम्स में भर्ती थे और बीते तीन दिनों से जीवन रक्षक प्रणाली पर चल रहे थे। बुधवार सवेरे से ही उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। एम्स के अनुभवी डॉक्टर लगातार उनकी देखरेख में लगे हुए थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुरुवार शाम 05 बजकर 05 मिनट पर अंतिम सांस ली। भारतीय राजनीति के इस शिखर पुरुष को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और वेंकैया नायडू ने श्रद्धाजंलि दी।
राष्ट्रपति कोविंद के ट्विटर अकाउंट से जारी संदेश में लिखा गया, 'पूर्व प्रधानमंत्री व भारतीय राजनीति की महान विभूति श्री अटल बिहारी वाजपेयी के देहावसान से मुझे बहुत दुख हुआ है। विलक्षण नेतृत्व, दूरदर्शिता तथा अद्भुत भाषण उन्हें एक विशाल व्यक्तित्व प्रदान करते थे।उनका विराट व स्नेहिल व्यक्तित्व हमारी स्मृतियों में बसा रहेगा'
वहीं देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजंलि देते हुए भावुक संदेश ट्वीट किया। नायडू ने लिखा, 'भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व, वक्तृत्व, कृतत्व, मित्रृत्व के गुण उनके नेतृत्व में समाहित थे जो लंबे समय तक याद किए जाएंगे।'
इसके पहले किए एक अन्य ट्वीट में वेंकैया नायडू ने लिखा, 'वह असली आजादशत्रु थे, जो समाज के सभी वर्गों के साथ रहे। वह पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जो एक स्थिर सरकार दे सके। उन्होंने सिद्धांतों की राजनीति की और राजनीति में मूल्यों को स्थापित किया। '
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है। हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि वो हमें कहकर गए हैं- 'मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं, ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं। मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं?'
आपको बता दें कि बुधवार (15 अगस्त) की रात को ही पूर्व पीएम की तबियत ज्यादा बिगड़ने की खबर मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अन्य केंद्रीय मंत्री और नेता उनका हालचाल जानने के लिए एम्स पहुंचे थे। उनके अलावा एम्स के बाहर वाजपेयी के समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा। गुर्दा नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण की शिकायत के बाद अटल बिहारी वाजपेयी को बीते 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था। 93 वर्षीय वाजपेयी ने शाम 05.05 मिनट पर अंतिम सांस ली।
पूर्व प्रधानमंत्री व भारतीय राजनीति की महान विभूति श्री अटल बिहारी वाजपेयी के
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 16, 2018
देहावसान से मुझे बहुत दुख हुआ है। विलक्षण नेतृत्व, दूरदर्शिता तथा अद्भुत भाषण उन्हें
एक विशाल व्यक्तित्व प्रदान करते थे।उनका विराट व स्नेहिल व्यक्तित्व हमारी स्मृतियों में बसा रहेगा—राष्ट्रपति कोविन्द
‘Bharat Ratna’ Shri Atal Bihari Vajpayee’s qualities of Vyakthithva (personality), Vaktruthva (oratory), Karthruthva (devotion to duty) , Mithruthva (friendliness) all combined in Nethruthva (leadership) will be remembered for a long time to come. #AtalBihariVajpayee pic.twitter.com/sNhIgckpIM
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) August 16, 2018
He was a real ‘Ajatha shatruvu’ (One who has no enemies) who got along with people from all sections. He was the first non-congress PM, an able leader and provided a stable government. He practiced politics of principles and infused values into politics. #AtalBihariVajpayee
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) August 16, 2018
मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।