चीनी राष्ट्रपति से मिलने पारंपरिक तमिल परिधान वेष्टि में पहुंचे PM मोदी, ऐतिहासिक स्मारकों का किया भ्रमण
By: Pinki Fri, 11 Oct 2019 6:10:10
पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ऐतिहासिक शहर महाबलीपुरम में अनौपचारिक मुलाकात हुई। इस मुलाकात के लिए पहुंचे पीएम मोदी ने पारंपरिक तमिल परिधान वेष्टि (लुंगी जैसा परिधान) में पहुंचे। वही चीनी राष्ट्रपति भी कैजुअल सफेद शर्ट और पैंट में नजर आए। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया। शी के स्वागत के लिए भारत की ओर से खास इंतजाम भी किए गए हैं। वुहान में चीन के राष्ट्रपति ने जिस तरह से पीएम मोदी का ग्रैंड वेलकम किया था, कुछ उसी तरह से चीनी राष्ट्रपति का महाबलीपुरम में स्वागत किया गया। बता दें कि चिनफिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए करीब 24 घंटे की भारत यात्रा पर आये हैं। तमिलनाडु से करीब 50 किलोमीटर दूर पुरातनकालीन तटीय शहर मामल्लापुरम में यह शिखर वार्ता होगी जो चीन के फुजियान प्रांत के साथ मजबूत व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों के कारण अहम है।
दोनों शीर्ष नेता ममल्लापुरम में तीन स्मारकों का दौरा कर रहे हैं। इसमें अर्जुन की तपस्यास्थली, पंच रथ और शोर मंदिर शामिल हैं। शोर मंदिर में सांस्कृतिक नृत्य की लुत्फ भी चीनी राष्ट्रपति थोड़ी देर में उठाएंगे। यह सांस्कृतिक नृत्य भारत के प्रसिद्ध सांस्कृतिक नृत्य समूह कलाक्षेत्र द्वारा पेश किया जाएघा जिसे मशहूर क्लासिकल डांसर और ऐक्टिविस्ट रुक्मणि देवी ने 1936 में गठित किया था।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi and Chinese President Xi Jinping visit group of temples at Mahabalipuram. The group of monuments at Mahabalipuram is prescribed by UNESCO as a world heritage site. #TamilNadu pic.twitter.com/Yf8mHXCxh5
— ANI (@ANI) October 11, 2019
अर्जुन की तपस्यास्थली का भ्रमण पीएम मोदी और शी चिनफिंग पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति के बीच काफी अच्छी बॉन्डिंग देखने को मिली। पीएम मोदी ऐतिहासिक स्थल के बारे में शी को कुछ बताते हुए भी नजर आए। इस दौरान दोनों ही नेताओं के बीच लंबी बातचीत होती दिखी और शी काफी ध्यान से पीएम मोदी की बात सुनते नजर आए।
पीएम मोदी और शी चिनफिंग ने कृष्णा बटर बॉल का भ्रमण किया। 250 टन का यह प्राकृतिक चट्टान पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। इस चट्टान के बारे में कहा जाता है कि 1200 साल से यह एक ही स्थान पर स्थित है। पीएम मोदी और शी के बीच ऐसा लग रहा है कि चट्टान को लेकर कुछ चर्चा हुई। पीएम हाथ के इशारे से चट्टान के बारे में कुछ बताते हुए नजर आए। इसके बाद शी ने मुस्कुराकर कुछ उत्तर दिया। कैमरे के सामने दोनों नेताओं ने हाथ ऊपर उठाकर अभिवादन भी किया।
पीएम मोदी और शी चिनफिंग ने साथ में पंच रथ का भ्रमण किया। महाभारत के पात्रों के नाम पर पंच रथ बवाया गया है। इस दौरान पीएम और चीनी राष्ट्रपति ने कैमरे के सामने पोज भी दिया। कहा जाता है कि 7वीं शताब्दी में पल्लव राजाओं ने इसका निर्माण कराया था। इस पंच रथ को अद्भुत वास्तुकला के साथ संतुलन के लिहाज से अद्भुत माना जाता है। पंच रथ देखने के बाद कुछ देर के विश्राम के लिए मोदी और शी बैठे। इस दौरान भी पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति से कुछ चर्चा करते नजर आए और शी गंभीरता से उन्हें सुनते दिखे।
बता दे, चिनफिंग के साथ विदेश मंत्री वांग यी और चीन के स्टेट काउंसिलर यांग जियेची भी आए हैं। दोनों ही भारत में अपने समकक्षों विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ अलग-अलग बातचीत कर सकते हैं। दोनों पक्षों के अधिकारियों ने कहा कि मोदी-शी शिखर वार्ता में मुख्य रूप से उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच द्विपक्षीय कारोबार तथा विकास सहयोग को कश्मीर मुद्दे पर मतभेदों तथा सीमा संबंधी जटिल विषय से अलग ले जाने पर ध्यान होगा। संबंधों में असहज स्थिति के बावजूद चिनफिंग के भव्य स्वागत के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है।