पटना / NMCH प्रशासन की बड़ी लापरवाही, मेडिसिन विभाग की गेट पर तड़प-तड़प कर मर गया कोरोना मरीज, किसी ने हाथ भी नहीं लगाया

By: Pinki Fri, 19 June 2020 10:08:58

पटना / NMCH प्रशासन की बड़ी लापरवाही, मेडिसिन विभाग की गेट पर तड़प-तड़प कर मर गया कोरोना मरीज, किसी ने हाथ भी नहीं लगाया

पटना सिटी के अगम कुआं स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) प्रशासन की शुक्रवार को बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां, एक कोरोना पीड़ित मरीज की अस्पताल परिसर में तड़प-तड़प कर मौत हो गयी। मरीज आधे घंटे तक मेडिसिन विभाग के गेट के पास ही तड़पता रहा, पर अस्पताल में तैनात डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने उनकी सुध लेना भी उचित नहीं समझा।

तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि कोरोना पीड़ित बुजुर्ग मरीज मेडिसिन विभाग के गेट के पास तड़पता रहा। मरीज के परिजनों ने उसे भरसक उठाने की कोशिश की पर अस्पताल के किसी भी कर्मचारी ने उसे हाथ लगाना उचित नहीं समझा। अस्पताल में तैनात स्वास्थ्यकर्मी और सुरक्षाकर्मी बूथ बनकर मरीज को तड़प-तड़प कर मरते हुए देखते रहे। मृतक की पहचान सारण जिले के नौतन निवासी 58 वर्षीय बुजुर्ग कन्हैया प्रसाद के रूप में की गई है, जो बीते 17 जून को गंभीर हालत में एनएमसीएच में भर्ती कराए गए थे।

मिली जानकारी के अनुसार कोरोना जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने पर उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें अन्य वार्ड से मेडिसिन विभाग में भर्ती कराया जा रहा था। आरोप है कि अस्पताल के वार्ड अटेंडेंट ने मरीज को ट्रॉली तक नहीं दी। अंत में मजबूर होकर मरीज के परिजन मरीज को अपने साथ लेकर मेडिसिन विभाग की तरफ चल पड़े, लेकिन मेडिसिन विभाग के गेट पर ही बुजुर्ग मरीज गिर पड़े, और तड़प-तड़प कर उनकी मौत हो गयी।

घटना पर मृतक के पुत्र सचिन कुमार ने बताया कि कन्हैया प्रसाद सांस की बीमारी से पीड़ित थे, साथ ही उन्हें तेज बुखार भी था। अगर अस्पताल में समय पर उनका इलाज किया जाता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी। मृतक के पुत्र ने राज्य सरकार से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की भी मांग की है।

वहीं अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही से कोरोना पीड़ित मरीज की मौत के संबंध में पूछे जाने पर अस्पताल अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार सिन्हा ने कहा कि कन्हैया प्रसाद गंभीर सांस की बीमारी से पीड़ित थे। साथ ही वह कोरोना पॉजिटिव थे। हालांकि इस दौरान अधीक्षक ने माना कि मरीज को शिफ्ट करने के वक्त वार्ड अटेंडेंट को हर हाल में मरीज के साथ होना चाहिए था। अस्पताल अधीक्षक ने पूरे मामले की जांच किए जाने का भरोसा दिलाते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने की भी बात कही है।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com