धोनी का 7 नंबर है उनके लिए बहुत लकी, ये हैं उनकी 7 टॉप पारियां
By: Megha Sat, 07 July 2018 06:58:32
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 7 जुलाई को अपना 37 वां जन्मदिन मनाने जा रहे है। धोनी ने अपनी कप्तानी के दौरान भारतीय टीम को खूब जीते दिलाई है। धोनी को भारतीय के टीम के सफल कप्तानो में जाना जाता है। धोनी ने टेस्ट मैच को चाहे अलविदा बोल दिया हो पर वन डे मैच में अपनी कई यादगार पारिया खेली है। फिर चाहे तीन नंबर पर आकर शतक ठोकना हो या सात नंबर प[आर तेज़ तर्रार बैटिंग करनी हो। वेसे धोनी का लकी नंबर सात है और अपने लकी नंबर से उन्होंने कई धुआंधार पारी खेली है। तो आइये जानते है कैप्टन कूल की सात टॉप पारियां....
* टीम इंडिया, श्रीलंका और वेस्टइंडीज के बीच हो रही इस ट्राई सीरीज में श्रीलंका ने पहले बैटिंग करने हुए 201 रन बनाए। भारत का स्कोर 139/4 था, जब धोनी बैटिंग करने आए,113 बॉल में 63 रन की जरूरत थी।ऐसे में टीम इंडिया की बैटिंग कुछ इस तरह बिखरी कि आखरी ओवर में स्कोर 187/9 हो गया। आखरी ओवर में 15 रन चाहिए थे और धोनी मैदान पर थे।ऐसे में एक चौके और 2 लंबे छक्कें लगा कर धोनी ने टीम इंडिया को मैच और सीरीज जीता दी।
* धोनी की पहला अंतरराष्ट्रीय शतक बहुत ही मुश्किल परिस्थितियों में आया था। जिंबाब्वे जैसी कमजोर टीम के खिलाफ 251 रन का पीछे करते हुए टीम इंडिया का स्कोर 91 पर 5 विकेट हो गया था। ऐसे में धोनी के इरादे कुछ और ही थे। युवराज और धोनी के बीच 158 रन की साझेदारी ने मैच टीम इंडिया के नाम कर दिया और धोनी ने शानदार छक्के के साथ मैच को खत्म किया।
* सचिन के जल्दी आउट होने के बाद धोनी को नंबर 3 पर भेजा गया। 299 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए धोनी ने 40 बॉल में 50 रन बनाए, शतक के लिए 85 बॉल खेली और अंत मे 145 गेंदों में 183 रन बनाए। इस मैराथन पारी में धोनी ने 15 चौके और 10 छक्के जड़े।
* ज्यादार लोग 2007 का वर्ल्ड कप युवराज सिंह के वजह से याद रखते हैं। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ मैच जिताने वाले युवी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जल्दी चलते बना। 61 रन पर 4 खिलाड़ी आउट हो गए थे। धोनी ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर टीम इंडिया का बेड़ा पार लगाया और 85 रन की साझेदारी के चलते टीम इंडिया का स्कोर 150 तक पहुंचा। 33 गेंद पर धोनी ने 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 45 रन बनाए। अंत में गेंदबाजों ने अपना का बखूबी प्रदर्शन कियाऔर टीम इंडिया 37 रन से मैच जीत गया।
* आईसीसी वर्ल्ड कप 2011 का फाइनल शायद ही कोई भूल सकता है। 275 रनों का पीछा करते हुए भारत 114 रन पर तीन विकेट खो चुका था। युवराज से पहले आकर धोनी ने गंभीर के साथ 109 रनों की साझेदारी ने भारत को वर्ल्ड चैंपियन बना दिया। 79 गेंद में 91 रन से ज्यादा सभी के जहन में वो आखरी छक्का है, जिसने भारत की जीत पक्की कर दी थी।
* 50 ओवर का मैच में धोनी की पारी के बावजूद टीम हार जाए, इस बात पर यकीन कर पाना मुश्किल है। पर यह बात सच है,हालांकि धोनी की कोशिश में कोई कमी नहीं थी, मगर धोनी की 113 रन की यह पारी पाकिस्तान के आगे फिकी साबित हुई। इस मैच में धोनी ने रैना के साथ 73 रन और अश्विन के साथ नाबाद 125 रन जोड़े मगर पाकिस्तान 6 विकेट से यह मैच जीत गया।
* पहले दो ओवरों के बाद टीम इंडिया का स्कोर 7 रन पर 3 विकेट था। 100 रन पुरे होने से पहले ही टीम इंडिया के 8 विकेट गिर चुके थे। लेकिन टीम की बागडोर अभी भी धोनी के हाथ में थी। आरपी सिंह के साथ नौंवे विकेट के लिए 101 रन पारी के बूते भारतीय टीम 188 रन तक पहुंच सकी। हालांकि 95 रन की पारी के बावजूद टीम को जीत नहीं मिली, मगर यह पारी उनकी आक्रामकता का एक बड़ा सबूत है।