ISIS के पकड़े गए मॉड्यूल 'हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम' का पर्दाफाश, छात्र और मौलवी शामिल, आज कोर्ट में होगी पेशी
By: Pinki Thu, 27 Dec 2018 08:48:38
बुधवार को दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) से प्रभावित एक आतंकवादी समूह का राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पर्दाफाश किया है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 17 जगहों पर छापेमारी करके इसमें शामिल 10 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। एजेंसी का दावा है कि ये लोग दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य क्षेत्रों में नेताओं और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर आत्मघाती हमले और सिलसिलेवार विस्फोट करने की योजना बना रहे थे। एजेंसी ने देशी रॉकेट लॉन्चर, 12 पिस्तौल, 120 अलार्म क्लॉक, 100 मोबाइल फोन, 135 सिम कार्ड, कई लैपटॉप और विभिन्न बिजली के उपकरण और इसके अलावा 150 राउंड गोलाबारूद बरामद किए। इनके संबंध में चौंकाने वाली बात भी सामने आई है। इस आतंकी समूह में शामिल संदिग्ध मौलवी से लेकर छात्र तक शामिल हैं। इन सभी को आज दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जांच एजेंसी एनआईए के महानिरीक्षक आलोक मित्तल ने बताया कि हमारे द्वारा बरामद 112 अलार्म घड़ियों से स्पष्ट है कि वह सिर्फ एक नहीं बल्कि बड़ी संख्या में बम बनाने की योजना बना रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के विशेष सेल और उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते के साथ मिलकर दिल्ली के जाफराबाद और सीलमपुर में छह जगहों पर जबकि उत्तर प्रदेश में 11 जगहों पर छापेमारी की। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में छह, लखनऊ में दो, हापुड़ में दो और मेरठ में दो जगहों पर छापेमारी की गई। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में कथित मास्टर माइंड 29 वर्षीय मुफ्ती मोहम्मद सुहैल भी शामिल है। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा का रहने वाला है। वह एक मस्जिद का मौलवी भी है। इसके अलावा नोएडा के एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाला इंजीनियरिंग का छात्र, दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक के तीसरे वर्ष का छात्र और दो वेल्डर भी गिरफ्तार किए गए हैं।
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोहों से पहले ये छापेमारियां की गई हैं जिसमें अमरोहा के एक मुफ्ती को भी गिरफ्तार किया गया है। मित्तल ने कहा, ‘‘सदस्य तैयारियों के अंतिम चरण के करीब थे। वे लोग बम बनाने में सफलता मिलने का इंतजार कर रहे थे और रिमोट नियंत्रित आईईडी और पाइप बम के जरिए विभिन्न जगहों पर विस्फोट करना चाहते थे। जरूरत पड़ने पर आत्मघाती जैकेटों का प्रयोग कर फिदायीन हमले भी करना चाहते थे।’’
उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी ने ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम’ समूह के 16 लोगों को हिरासत में लिया। इसका सामान्य अनुवाद ‘इस्लाम के हितों के लिए लड़ाई करना है।’ मित्तल ने कहा कि हिरासत में लिए गए 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से पांच अमरोहा से जबकि पांच दिल्ली के सीलमपुर और जाफराबाद से गिरफ्तार किए गए हैं। छह अन्य से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि और गिरफ्तारियां की जा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि 20 से 35 वर्ष के बीच के युवाओं के एक ‘‘बेहद चरमपंथी संगठन’’ के सदस्यों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड अभी तक सामने नहीं आया है और यह अपना वित्त पोषण स्वयं कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘इसकी पुष्टि हो गई है कि मुफ्ती मोहम्मद सुहैल उर्फ हजरत और उसके सहयोगियों ने धन एकत्र किया, हथियार खरीदे, और आईईडी तथा बम बनाने के लिए सामग्री खरीदी। उनकी योजना दिल्ली और आसपास के इलाकों तथा भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में विस्फोट और फिदायीन हमले करने की थी।’’
IG NIA: Total amount worth Rs 7.5 lakh recovered, nearly 100 mobile phone, 135 SIM cards, laptops and memory also seized. Some of the searches are still underway. After intial interrrogation of the 16 suspects, we have decided to arrest 10 accused. pic.twitter.com/eKUoE3Ouyk
— ANI (@ANI) December 26, 2018