मेट्रो सिटीज में टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर लगने वाली भीड़ पर काबू पाने के लिए मोदी सरकार (Modi Government) ने नया प्लान बनाया है जिसके तहत टोल प्लाजा पर कैश पेमेंट (Cash Payment) करना अब जेब पर भारी पड़ेगा। टोल प्लाजा पर कैश पेमेंट करने पर 10 से 20% तक सरचार्ज लग सकता है। सरकार का कहना है कि कैश पेमेंट से टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी लाइन लगती है। जिसकों कम करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। सरकार का ये कदम फास्टैग (FASTag) को बढ़ावा देने के लिए है
क्या है फास्टैग?
रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक पर आधारित फास्टैग (FASTag) वाहन की विंडस्क्रीन से जुड़ा हुआ एक उपकरण होता है। FASTag से आपका बैंक अकाउंट जुड़ा रहता है। टोल का किराया सीधे बैंक खाते से काट लिया जाता है। इस तकनीक के चलते आपको टोल प्लाजा पर रुकना नहीं पड़ता है। गाड़ी यदि चल भी रही है तो टोल बूथ से गुजरने पर अपने आप ही रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा। केंद्रीय भूतल परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 4 साल पहले फास्टैग लागू किया गया था।