सोनभद्र हत्याकांड: प्रियंका गांधी से मिलने सोनभद्र से मिर्जापुर आए पीड़ित परिवार, छलक आए आंसू
By: Pinki Sat, 20 July 2019 1:23:42
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र नरसंहार पर सियासी संग्राम बढ़ता जा रहा है। 10 लोगों की हत्या का मामला शांत होता नहीं दिख रहा। इस घटना के पीड़ितों से मिलने को लेकर अड़ी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को प्रशासन ने सोनभद्र जाने की इजाजत नहीं दी। उनको पुलिस ने मिर्जापुर में रोक लिया, जिसके बाद उनकी बीती रात गेस्ट हाउस में कटी। देर रात तक अफसरों का मिर्जापुर गेस्ट हाउस में आना-जाना लगा रहा। प्रियंका गांधी ने साफ कर दिया कि वो नरसंहार पीड़ितों से मिले बगैर वापस नहीं लौटेंगी। प्रियंका गांधी ने कहा कि जब तक उन्हें सोनभद्र नहीं जाने दिया जाएगा तब तक वो पीछे नहीं हटेंगी। वही इसी बीच पीड़ित परिवारों के लोग मिर्जापुर स्थित चुनार गेस्ट हाउस आकर कांग्रेस महासचिव से मिले। पीड़ित महिलाओं से मिलकर प्रियंका गांधी काफी भावुक हो गईं। उन्होंने महिलाओं के गले मिलकर ढांढस बंधाया। इस दौरान प्रियंका की आंखों से आंसू छलक आए।
Mirzapur: Family members of the victims of Sonbhadras firing case come to meet Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra at Chunar Guest House. pic.twitter.com/Yujq1qcSU6
— ANI UP (@ANINewsUP) July 20, 2019
यूपी में संवेदनाओं की मौत का खौफ पसरा हुआ है। अजय सिंह बिष्ट सरकार इस क्रंदन को नजरंदाज कर संवेदनहीनता की नई मिसाल पैदा कर रही है। इस विलाप से निकले हर एक आंसू का हिसाब लिए बिना हम पीछे नहीं हटेंगे।#PriyankaFightsForPeople pic.twitter.com/04AwqQbKKK
— Congress (@INCIndia) July 20, 2019
प्रियंका गांधी का कहना है कि 'मैं कानून का उल्लंघन नहीं करना चाहती। मैंने प्रशासन को कहा है कि अगर सोनभद्र में धारा 144 लागू है तो वो किसी और जगह मुझे मिलवा सकते हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि वो पीड़ित परिवारों से मिर्जापुर या वाराणसी में भी मिल सकती हैं।' उन्होंने कहा, 'एक बार पीड़ितों से मिल लूं फिर चली जाऊंगी, लेकिन उनसे मिले बिना कहीं नहीं जाऊंगी।'
वही इस बीच प्रियंका गांधी ने कहा, 'यहां नरसंहार हुआ है, 10 लोग मारे गए हैं और वे लोग ऐसी बात कह रहे हैं। हम यहां हैं क्योंकि यही कांग्रेस है। हर कांग्रेसी कार्यकर्ता यहां है क्योंकि हमारी यही विचारधारा है। हम गरीबों के साथ खड़े रहेंगे।'
बता दें कि प्रियंका गांधी शुक्रवार की रात चुनार गेस्टहाउस में रहीं। देर रात तक अफसरों का मिर्जापुर गेस्ट हाउस आनाजाना लगा रहा उन्हें मनाते रहे लेकिन प्रियंका गांधी ने भी साफ कर दिया कि वह नरसंहार पीड़ितों से मिले वगैर वापस नहीं लौटेंगी। पीडि़त परिवार के लोगों से मिलने जाने की जिद पर अड़ीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को आज तड़के करीब चार बजे नींद आई। उमस भरी गर्मी के बीच चुनार किले के गेस्ट हाउस में कैद प्रियंका गांधी ने रात में गेस्ट हाउस की कैंटीन का ही भोजन किया। प्रियंका गांधी वाड्रा ने रात को चुनार गेस्ट हाउस में बने सादा दाल, चावल और सब्जी का ही भोजन किया। वहां पर अन्य कार्यकर्ताओं के लिए भोजन के पैकेट्स आए। भीषण गर्मी में बार-बार बिजली कटौती से परेशान प्रियंका गेस्ट हाउस के दूसरी ओर अकेले टहलती रहीं। उनके पीए संदीप ने बताया कि भोर में करीब साढ़े चार बजे प्रियंका गांधी सोने के लिए कमरे में गईं। अतिथिगृह में प्रियंका के साथ मौजूद उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा, 'हमने स्पष्ट रूप से कहा है, या तो हम पीड़ितों से मिलें या हमें जेल भेजें।' कांग्रेस नेता लल्लू सिंह ने यह भी कहा कि जिस चुनार गेस्ट हाऊस में प्रियंका गांधी रुकी हुई हैं, वहां अभी भी बिजली और पानी की व्यवस्था नहीं हैं। उन्होंने बताया कि रात में कांग्रेस कार्यकर्ता अपने खर्च से जेनरेटर लेकर आए, लेकिन उसने भी काम नहीं किया।