महाराष्ट्र में फिर लग सकता है लॉकडाउन, जाने क्या कहा उद्धव ठाकरे ने!
By: Pinki Wed, 10 June 2020 11:29:10
बेकाबू कोरोना के महाराष्ट्र में आज सबसे ज्यादा संक्रमित मामले सामने आए है। यहां 24 घंटे में 3 हजार 254 नए संक्रमित सामने आए हैं और 149 मरीजों ने जान गंवाई है। इसके साथ ही यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 94 हजार 41 और मृतकों की संख्या 3 हजार 438 हो गई है। वहीं, मुंबई में 24 घंटे में 1 हजार 567 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले है, जबकि 97 मरीजों की मौत हुई है। मुंबई में अब तक कुल केस 52 हजार 667 और कुल मौत 1 हजार 857 हो गई हैं। राज्य में बढ़ते मामलों के बीच मुख्ममंत्री उद्धव ठाकरे ने फिर से लॉकडाउन लागू करने की बात कही है।
लॉकडाउन को फिर से लागू किया जा सकता है
उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि अगर लॉकडाउन में ढील से खतरा पैदा होने लगेगा तो हम लॉकडाउन को फिर से लागू करने के लिए मजबूर होंगे। महाराष्ट्र के लोग सरकार के साथ सहयोग कर रहे हैं और निर्देशों का पालन कर रहे हैं। उन्हें विश्वास है कि सरकार उनके हित में काम कर रही है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर लोग पाबंदियों का सम्मान करने में विफल रहे तो राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन लागू करना पड़ सकता है। उन्होंने ये भी कहा कि लोकल ट्रेनों को फिर से शुरू करने की मांग हम केंद्र से कर चुके हैं। शटडाउन की वजह से कई लोग फिर से अपनी ड्यूटी शुरू नहीं कर पा रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार 'मिशन स्टार्ट अगेन' के लिए सतर्क कदम उठा रही है। हमने लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से लागू किया और वैसे ही इसे हटाना भी होगा। खतरा अभी टला नहीं है।
महाराष्ट्र में 95 हजार के करीब मरीज
महाराष्ट्र में कोरोना के मरीजों की संख्या 94 हजार 41 हो गई है। जबकि 3438 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में कोरोना के एक्टिव केस 46 हजार 74 हैं। वहीं, 44 हजार 517 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। मुंबई की बात करें तो यहां पर 52 हजार 667 मामले हैं और 1857 लोग दम तोड़ चुके हैं। पिछले 24 घंटे में यहां पर 1 हजार 567 नए केस आए और 97 लोगों की मौत हुई है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 1879 मरीजों की इलाज के बाद छुट्टी मिली है।
मुंबई के भायखला, चिंचपोकली और मजगांव में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 2 हजार 967 पर पहुंच गया। वहीं, माटुंगा, सायन, वडाला में मरीजों की संख्या 2 हजार 987 है। इन वॉर्डों में कोरोना की डेली ग्रोथ रेट 1.5% है, जो कि मुंबई में सबसे कम है।