मध्य प्रदेश : हंगामे के बाद अपने ही फैसले पर कमलनाथ सरकार का यू टर्न, अब इस तरह गाया जाएगा वंदेमातरम्
By: Pinki Thu, 03 Jan 2019 1:21:26
वंदे मातरम की अनिवार्यता पर अस्थायी रोक लगाने के बाद आरोपों को सामना कर रही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने तय किया है कि पुलिस बैंड और आम लोगों की सहभागिता के साथ वंदे मातरम् का गायन होगा। यह हर महीने के पहले कार्य दिवस पर सुबह 10:45 बजे पुलिस बैंड के साथ शौर्य स्मारक से वल्लभ भवन तक मार्च करते हुए गाया जाएगा। भवन पर पहुंचने के बाद राष्ट्रगान और वंदे मातरम गाया जाएगा।
दरअसल, मध्य प्रदेश सचिवालय में लंबे समय से वंदे मातरम गाने का प्रचलन चला आ रहा है और नए साल के दिन जब वंदे मातरम नहीं गूंजा तो इससे सवाल खड़ा होने लगे। इसे लेकर लोगों और विपक्ष ने राज्य सरकार पर हमला बोला था। वहीं सरकार के इस फैसले पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कांग्रेस सरकार के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि राष्ट्रगीत लोगों के दिलों में समाई राष्ट्रभक्ति की भावना को नई ऊर्जा देता है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस सरकार के फैसले को 'दुर्भाग्यपूर्ण' करार दिया और कहा, 'कांग्रेस भूल गई है कि सरकारें आती-जाती हैं, लेकिन देश और देशभक्ति से बढ़कर कुछ भी नहीं है।'
भोपाल में अब आकर्षक स्वरूप में पुलिस बैंड और आम लोगों की सहभागिता के साथ वंदे मातरम् का गायन होगा। हर महीने के प्रथम कार्यदिवस पर सुबह 10:45 बजे पुलिस बैंड राष्ट्र भावना जागृत करनेवाले धुन बजाते हुए शौर्य स्मारक से वल्लभ भवन तक मार्च करेंगे।@CMMadhyaPradesh #jansamparkMP pic.twitter.com/GKPC6YoKKw
— Jansampark MP (@JansamparkMP) January 3, 2019
उसके बाद कमलनाथ ने खुद इस पर बयान जारी कर कहा था कि राष्ट्रगीत बंद नहीं होगा बल्कि उसके स्वरुप को बदला जाएगा। और अब सरकार ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है।
इससे पहले सरकार के इस फैसले के खिलाफ बीजेपी आक्रामक हो गई थी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई नेताओं ने इस फैसले का विरोध किया था। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि सरकार स्पष्ट करे कि किसके कहने पर यह फैसला लिया गया है।