INS सुमित्रा पर PM मोदी के साथ गए थे अक्षय कुमार, तस्वीरें जारी कर कांग्रेस ने साधा निशाना
By: Pinki Fri, 10 May 2019 09:40:16
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) पर एक और सनसनीखेज आरोप लगाया। पीएम मोदी का आरोप था कि राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए विमान वाहक पोत INS विराट का इस्तेमाल एक द्वीप पर परिवार के साथ छुट्टी मनाने के लिए किया था। INS विराट का 'टैक्सी' की तरह इस्तेमाल करने के पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के बयान पर सियासी घमासान छिड़ गया है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर पलटवार किया है। कांग्रेस की सोशल मीडिया रणनीतिकार दिव्या स्पंदना ने भारतीय नौसेना के युद्धपोत सुमित्रा पर अभिनेता एवं कनाडाई नागरिक अक्षय कुमार को कथित तौर पर अपने साथ ले जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
‘सबसे बड़ा झूठा मोदी'
दिव्या स्पंदना ने अपने ट्वीट में प्रधानमंती को टैग करते हुये पूछा है, ‘ये ठीक था? आप कनाडाई नागरिक अक्षय कुमार को अपने साथ आईएनएस सुमित्रा पर ले गए'। स्पंदना ने हैशटैग के साथ कहा, ‘सबसे बड़ा झूठा मोदी'।
आपको बता दें कि अक्षय कुमार ने अपनी नागरिकता संबंधी अटकलों पर विराम लगाते हुये पिछले महीने कहा था कि उनके पास कनाडाई पासपोर्ट है। स्पंदना ने एक आलेख को भी टैग किया जिसमें सवाल किया गया है कि साल 2016 में विशाखापट्टनम में अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा के समय बॉलीवुड को क्यों शामिल किया गया। इसमें कहा गया है कि, ‘यहां तक कि कुमार ने प्रेसीडेंशियल यॉच आईएनएस सुमित्रा को अन्य नौसैनिक अधिकारियों और अन्य अतिविशिष्ट अतिथिगणों के साथ चलाया भी था'। स्पंदना ने बॉलीवुड की बड़ी शख्सियत अमिताभ बच्चन से भी कहा है कि वह आईएनएस विराट मुद्दे पर अपना पक्ष स्पष्ट करें। इसमें एक रिपोर्ट का हवाला दिया गया है जिसमें लक्षद्वीप के तत्कालीन प्रशासक वजाहत हबीबुल्लाह ने प्रधानमंत्री के दावे को नकार दिया है और कहा है कि किसी संदेह की स्थिति में बच्चन से पूछा जाना चाहिये।
Yeh teek tha? @narendramodi you took a Canadian citizen @akshaykumar with you on-board INS Sumitra. #SabseBadaJhootaModi
— Divya Spandana/Ramya (@divyaspandana) May 9, 2019
Here’s the link to the article, most of us have not forgotten this controversy : https://t.co/jrPNUvk2Py pic.twitter.com/SWkl78rA4F
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को एक रैली में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तो गांधी परिवार युद्धपोत आईएनएस विराट का उपयोग ‘निजी टैक्सी' के रूप में करता था। इससे पहले भी पीएम मोदी ने राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1' करार दिया था। पीएम ने कहा था, ‘क्या इस बात की कल्पना की जा सकती है कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं के विशिष्ट युद्धपोत को व्यक्तिगत छुट्टियों के लिए एक टैक्सी के रूप में प्रयुक्त किया जाए? एक वंश ने ऐसा किया'।
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि राजीव गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार और नौसेना ने उनके परिवार एवं ससुराल पक्ष की मेजबानी की और उनकी सेवा में एक हेलीकाप्टर को भी लगाया गया। उन्होंने कहा कि जब एक परिवार सुप्रीम हो जाता है तो देश की सुरक्षा को खतरा हो जाता है। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आईएनएस विराट का इस्तेमाल एक निजी टैक्सी की तरह करके इसका अपमान किया गया। यह तब हुआ जब राजीव गांधी एवं उनका परिवार 10 दिनों की छुट्टी पर गये थे। आईएनएस विराट को हमारी समुद्री सीमा की रक्षा के लिए तैनात किया गया था, किन्तु इसका रास्ता बदल कर गांधी परिवार को लेने के लिए भेजा गया जो अवकाश मना रहे थे'।
कांग्रेस ने कहा - मोदी ने राजीव गांधी की जिस यात्रा को छुट्टी बताया, वह आधिकारिक थी
गुरुवार को कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी जिस यात्रा की बात कर रहे हैं, वो पूर्व प्रधानमंत्री की आधिकारिक यात्रा थी। मोदी के पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए गांधी-नेहरू परिवार को लेकर झूठ फैला रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आजकल वायुसेना के जेट को अपनी टैक्सी बना लिया है। उनकी चुनावी यात्राओं में जेट विमानों के इस्तेमाल के लिए 744 रु से कम भुगतान हो रहा है। 1987-88 के दौरान वजाहत हबीबुल्लाह लक्षद्वीप के प्रशासक थे, जहां राजीव ने यात्रा की थी। उन्होंने भी कहा कि यह यात्रा आधिकारिक थी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 1987 दिसंबर में लक्षद्वीप के सुदूर द्वीप बनग्राम में राजीव गांधी ने परिवार और मित्रों के साथ छुट्टियां मनाईं थीं। ये छुट्टियां तकरीबन 10 दिनों तक चलीं। तब सोनिया गांधी की मां, बहन-बहनोई और उनके बच्चे, अमिताभ बच्चन-जया बच्चन और बच्चों के अलावा भाई अजिताभ बच्चन की बेटी मौजूद थीं।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा- मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो अपने भविष्य के लिए वोट मांग रहे हैं। राफेल के गोपनीय दस्तावेज चोरी हो गए, क्या इसके लिए राजीव गांधी जिम्मेदार हैं। मोदी ये भी कह सकते हैं कि राजीव ने उन्हें नोटबंदी करने के लिए कहा था। प्रधानमंत्री अपनी सारी नाकामियों के लिए कांग्रेस नेता को जिम्मेदार बता रहे हैं।
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- बीजेपी का मतलब "बहुत झूठी पार्टी'। बीजेपी और मोदी इतना झूठ बोलते हैं कि उनका जिक्र गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में हो सकता है। लेकिन, झूठ कभी सफल नहीं होते, क्योंकि इनकी उम्र बहुत छोटी होती है।
पीएम मोदी के इस बयान को पूर्व ऐडमिरल एल रामदास ने जुमला बताया। पूर्व नौसेना प्रमुख एल रामदास ने पीएम मोदी के इस बयान को जुमला बताते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajeev Gandhi) INS विराट (INS Viraat) पर सरकारी काम से गए थे। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी INS विराट पर राष्ट्रीय खेल पुरस्कार वितरण में गए थे।
नेशनल हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, 1987-88 में राष्ट्रपति की ओर से लक्षद्वीप में प्रशासक नियुक्त किया जाता था। राजीव की यात्रा के वक्त वजाहत हबीबुल्ला इस पद पर थे।
हबीबुल्ला ने कहा, ''मोदी झूठ बोल रहे हैं। यह राजीव गांधी की आधिकारिक यात्रा थी। कोई शक हो तो अमिताभ बच्चन से पूछ लें। मैंने बतौर प्रशासक द्वीप के विकास के लिए कावारती में बैठक बुलाई थी। पहले भी ऐसी मीटिंग 1986 में अंडमान और उसके बाद दिल्ली में हो चुकी थी। तब पूर्व प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप विकास समिति का उद्घाटन भी किया था।''
उन्होंने कहा- नरसिम्हा राव समेत पूरी कैबिनेट आने वाली थी। इसलिए आईएनएस विराट सुरक्षा में तैनात था। ऐसी बातों का कहीं जिक्र नहीं किया जाता है। सबसे अहम बात है कि राजीव का कोई दोस्त युद्धपोत पर नहीं गया। "बैठक कई दिन चली। राजीव यहीं पर छुट्टियां मनाने के लिए रुक गए। इसके बाद उनके रिश्तेदार जैसे सोनिया गांधी की बहन और उनके पति, कुछ दोस्त भी आए। इनमें अमिताभ और जया बच्चन भी शामिल थीं, लेकिन इनमें से कोई कावारती नहीं गया।" "सभी लोग हेलिकॉप्टर के जरिए कोच्चि से बनग्राम आए और एक गेस्ट हाउस में ठहरे थे। राजीव गांधी ने 1987 में पवनहंस हेलिकॉप्टर सेवा की शुरुआत की थी, जो लोगों को द्वीप तक लेकर आते थे। राजीव ने अपने परिवार-रिश्तेदारों और बाकी लोगों ने स्वयं भुगतान भी किया था।"
(इनपुट- भाषा से भी)