देश भर के हजारों किसानों का ऐलानः 'अयोध्या नहीं, कर्ज माफी चाहिए', संसद कूच आज
By: Priyanka Maheshwari Fri, 30 Nov 2018 07:05:06
सिर्फ दो मांगों को लेकर विभिन्न राज्यों के किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में आन्दोलन कर रहे है। उनकी पहली मांग है कि उन्हें कर्ज से पूरी तरह मुक्ति दी जाए और दूसरी अपनी दूसरी मांग में फसलों की लागत का डेढ़ गुना मुआवजा चाहते हैं। ऐतिहासिक रामलीला मैदान पर लाल टोपी पहने और लाल झंडा लिए किसानों ने 'अयोध्या नहीं, कर्ज माफी चाहिए' जैसे नारे लगाए। यहां रात भर ठहरने के बाद करीब 200 संगठनों से जुड़े किसान शुक्रवार यानी आज सुबह संसद की तरफ कूच करेंगे। वे पूर्ण कर्ज माफी के साथ फसल की लागत का डेढ़ गुना मुनाफा दिलाने के लिए आवाज बुलंद करेंगे। उधर दिल्ली पुलिस ने किसानों को नई दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी है। देर रात तक किसान नेताओं से बात की जा रही थी।
करीब 13 हजार लोग मैदान में : मैदान सुबह साढ़े 10 बजे से भरना शुरू हो गया जब दिल्ली और हरियाणा तथा पंजाब के किसान जुटने लगे। करीब 13 हजार लोग मैदान में पहुंच चुके हैं और कई अब भी रास्ते में हैं। विरोध मार्च के लिए किसान निजामुद्दीन, सब्जी मंडी रेलवे स्टेशन, आनंद विहार टर्मिनल और बिजवासन से आ रहे हैं। स्वराज भारत के अध्यक्ष योगेंद्र यादव 'चलो दिल्ली' बिजवासन टू रामलीला मैदान रैली का नेतृत्व कर रहे हैं। वहीं हरियाणा, राजस्थान और उड़ीसा के किसान भी रैली से जुड़ गए हैं, जबकि महाराष्ट्र और बेंगलुरु से भी किसान आ रहे हैं। मेधा पाटकर और दिग्गज पत्रकार पी। साईनाथ सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रैली को समर्थन दिया है और कहा कि देश में किसानों की हालत इस हद तक बदतर हो चुकी है, जैसी कि पहले कभी नहीं थी।
मैदान में लगे टेंट में सोएंगे : आयोजकों ने कहा कि कुछ मैदान में लगे टेंट में सोएंगे वहीं कुछ पास के गुरुद्वारों में चले जाएंगे। ऑल इंडिया किसान सभा के नेता अतुल अंजान ने कहा, 'दिल्ली जल बोर्ड हमें पानी के टैंकर मुहैया कराएगा। 'आप' के स्थानीय विधायक हमें खाने के पैकेट देंगे। दिल्ली क्षेत्र के पांच गुरुद्वारे हमारा सहयोग कर रहे हैं। बंगला साहिब गुरुद्वारा, शीशगंज साहिब, रकाबगंज, बाप साहिब और मजनूं का टीला रात में किसानों के रुकने की व्यवस्था करेंगे।'
सुरक्षा के विस्तृत प्रबंध : उन्होंने कहा कि 'आप' के कार्यकर्ताओं ने आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर टेंट लगाए हैं। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को रामलीला मैदान से संसद मार्ग की तरफ किसानों के मार्च शुरू करने के मद्देनजर सुरक्षा के विस्तृत प्रबंध किए गए हैं। पुलिस ने कहा कि किसानों के मार्च के दौरान सड़कों के दोनों तरफ रस्सी होगी और दूसरी तरफ पुलिस तैनात होगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि यातायात प्रभावित नहीं हो।
नग्न होकर मार्च करेंगे : किसानों के प्रदर्शन में शामिल होने आए तमिलनाडु के किसान समूह ने कहा है कि अगर उन्हें शुक्रवार को संसद भवन नहीं जाने दिया गया तो वो नग्न होकर मार्च करेंगे। किसानों का ये समूह आत्महत्या कर चुके अपने साथी किसानों की खोपड़ियां लेकर विरोध प्रदर्शन में शामिल होने गुरुवार को दिल्ली पहुंचा। किसान समूह के नेता पी। अय्याकन्नू ने कहा कि दक्षिण भारतीय नदी जोड़ कृषक संगठन के करीब 1200 किसान गुरुवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे हैं। ये किसान कर्ज माफी और फसलों के उचित मूल्यों की मांग को लेकर गुरुवार को रामलीला मैदान और शुक्रवार को संसद मार्ग पर होने वाले मार्च में हिस्सा लेंगे। अय्याकन्नू ने कहा कि वो त्रिची और करूर से भी इस संगठन से जुड़े किसानों के दिल्ली पहुंचने उम्मीद कर रहे थे।पी। अय्याकन्नू ने कहा उनकी मुख्य मांग कर्जमाफी, लाभकारी फसल मूल्य और किसानों को हर महीने पांच हजार रुपये की पेंशन देना है। उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य कृषि गतिविधियों में धान रोपाई, कपास की खेती और नारियल और केले की बागवानी शामिल है।
स्वराज इंडिया के संयोजक और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के सदस्य योगेंद्र यादव ने कहा कि सम्मेलन के पहले दिन किसानों की मौजूदा हालत और सरकार की ओर से किए गए वादों की पूर्ति के दावों की हकीकत पर चर्चा की जाएगी। सरकार पर किसानों की मांगों को पूरा करने का दबाव बनाने के लिये विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।बता दें कि पिछले महीने ही भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले आयोजित आंदोलन में किसान संगठनों ने एकजुट होकर दिल्ली मार्च किया था। मध्य प्रदेश के किसान नेता डॉ। सुनीलम ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों से किए गए वादों की हकीकत को चुनावी राज्यों में मुख्य मुद्दा बनाया जायेगा।
आंदोलन को मिला छात्राओं का समर्थन : वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत कई संस्थानों की छात्राएं भी इस आंदोलन को समर्थन दे रही हैं। अखिल भारतीय किसान संघ और अन्य कई संगठन भी शुक्रवार को रामलीला मैदान से संसद तक स्ट्रीट मार्च करेंगे। स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता और सांसद राजू शेट्टी ने 2017 में लोकसभा में दो निजी सदस्य विधेयक पेश किए थे ताकि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर कृषि उत्पादों के लिए उचित दाम की गारंटी और किसानों का कर्ज़ माफ हो सके।
दिल्ली पुलिस प्रवक्ता मुधर वर्मा का कहना था कि अगर किसान मार्च करने के लिए रामलीला मैदान से निकले तो उन्हें सुविधाएं दी जाएंगी। हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस इस कोशिश में लगी हुई है कि किसान रामलीला मैदान में ही अपने मार्च को खत्म कर दें।