अंतरराष्ट्रीय योग दिवस : योग बना कमाई का जरिया, वैश्विक कारोबार सालाना 5,55,312 करोड़ से ज्यादा
By: Priyanka Maheshwari Fri, 21 June 2019 10:42:07
आज भारत समेत दुनियाभर में पांचवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जा रहा है। योग दिवस पर देश के सभी स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस वर्ष कार्यक्रम का मुख्य विषय ‘हृदय के लिए योग' निर्धारित है। संयुक्त राष्ट्र की ओर से 11 दिसंबर 2014 को हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाए जाने का फैसला लिया गया। 2012 से इसे हर साल वैश्विक स्तर पर मनाए जाने लगा। योग भारत और नेपाल में एक आध्यात्मिक प्रकिया को कहते हैं जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने (योग) का काम होता है। यह शब्द, प्रक्रिया और धारणा हिन्दू धर्म,जैन धर्म और बौद्ध धर्म में ध्यान प्रक्रिया से सम्बन्धित है। योग शब्द भारत से बौद्ध धर्म के साथ चीन, जापान, तिब्बत, दक्षिण पूर्व एशिया और श्री लंका में भी फैल गया है और इस समय सारे सभ्य जगत् में लोग इससे परिचित हैं। योग सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है। आसन के जरिए खुद को फिट और निरोग रखने वाली यह पद्धति अब दुनिया के कोने-कोने में पहुंच गई है। योग शरीर को फिट और निरोग बनाए रखने में अहम भूमिका तो निभाता ही है, साथ ही यह एक बड़ा बिजनेस भी बन गया है। योग के जरिए न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी सालाना अच्छीकमाई हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आज की तारीख में वैश्विक स्तर पर योग की सालाना कमाई 80 बिलियन डॉलर यानी 5,55,312 करोड़ से ज्यादा हो गई है। सिर्फ भारत ही नहीं अमेरिका, चीन, इंग्लैंड, थाइलैंड, स्पेन समेत दुनिया के तमाम देशों में बड़ी संख्या में योग प्रशिक्षक हैं जो योग के जरिए लोगों को फिट रखने का काम कर रहे हैं, साथ ही ऐसे हजारों योग प्रशिक्षकों को रोजगार भी मिला हुआ है।
महर्षि पतंजलि को योग का पिता कहा जाता है। इन्होंने 195 योग सूत्रों का प्रतिपादन किया। आज दुनियाभर में योग कमाई और रोजगार का बड़ा जरिया बन गया है। योग का जन्म भारत में हुआ। यह 2 हजार साल से ज्यादा समय से पहले से ही प्रचलन में है, लेकिन पिछले डेढ़ दशकों में बाबा रामदेव ने कपालभाति आसन के जरिए योग को घर-घर में लोकप्रिय बना दिया। यह अलग बात है कि रामदेव से पहले भी न सिर्फ भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर कई बड़े योग गुरुओं ने इस आसन पद्धति को लोगों के बीच बनाए रखा, लेकिन नए सिरे से पहचान रामदेव ने ही दिलाई।
बाबा रामदेव ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड कंपनी की स्थापना 2006 में की। इस कंपनी ने तेजी से कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों को टक्कर दी। हालांकि योग से शुरुआत करने वाली यह कंपनी आयुर्वेद और अन्य उत्पादों के साथ बाजार में उतरी, लेकिन शुरुआती बढ़त के बाद अब उसकी कमाई कम होने लगी है।
भारत की बात की जाए तो 2014-15 में वेलनेस उद्योग 85 हजार करोड़ रुपए का था। वित्तीय साल 2020 तक 1.5 ट्रिलियन रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। वहीं आयुष क्षेत्र (आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, यूनानी और होम्योपैथी) का अनुमानित कारोबार 2022 तक 8 बिलियन डॉलर यानी 55,530 करोड़ रुपए तक पहुंचने की है।
फरवरी में आयुष मंत्री श्रीपद नायक ने बताया था कि 2015 में यह कारोबार 2.5 बिलियन डॉलर (17,343 करोड़ रुपए) थी जो 2022 तक 55 हजार करोड़ से ज्यादा पहुंच जाएगी। वहीं, वैश्विक स्तर पर योग इंडस्ट्री का कारोबार 80 बिलियन डॉलर से ज्यादा पहुंच गया है।
2017 में हुए सर्वे के अनुसार, भारत में करीब 20 करोड़ से ज्यादा लोग योग करते हैं। भारत में योग का प्रचलन बढ़ने के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भी इसकी लोकप्रियता बढ़ती गई जिसका फायदा यह हुआ कि योग रोजगार के बड़े साधनों में शुमार हो गया। 2019 में योग दुनिया का सबसे लोकप्रिय फिटनेस ट्रेंड बन गया। योग और इससे संबंधित मामलों की जानकारी हासिल करने को लेकर 2018 में सर्च इंजन पर सबसे ज्यादा बार इसे सर्च किया गया।
माना जा रहा है कि अमेरिका में 2020 तक में योग को लेकर कमाई 11.6 बिलियन डॉलर (8,06,29,86,00,000 रुपए) तक पहुंच जाने की संभावना है। 2012 में अमेरिका में योगा इंडस्ट्री करीब 7 बिलियन डॉलर की थी और इसमें लगातार इजाफा होते हुए यह 11 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गया।
अमेरिका में 5 करोड़ योग करने वाले
दूसरी ओर, अमेरिका में 2008 में योगाभ्यास करने वालों की संख्या 1.8 करोड़ (18 मिलियन) थी जो 2020 तक बढ़कर 5.5 करोड़ (55 मिलियन) तक पहुंचने की संभावना है। 2015 में 25.4 मिलियन (2.5 करोड़ से ज्यादा) लोगों ने योगाभ्यास किया था।
स्टैटिसिस्टा डॉट कॉम के अनुसार, 2016 में हुए एक सर्वे के अनुसार 42% अमेरिकी लोगों का मानना है कि योग करने से उनके जीवन स्तर में खासा बदलाव आया है। 41% अमेरिकियों का मानना है कि योग से आतंरिक शांति बनती है। सर्वे के अनुसार 35% जिम में ही योग करना पसंद करते हैं। खास बात यह है कि व्यस्ततम समय से समय निकालकर 19% अमेरिकी लोग रोजाना योग करते हैं।