रिसर्च / अगर शरीर पर टैटू गुदवाने का शौक है तो हो जाए अलर्ट, बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा
By: Pinki Tue, 06 Oct 2020 10:42:27
अगर टैटू गुदवाने का शौक है तो आपके लिए यह खबर बड़ी काम की है। टैटू गुदवाने का शौक आपके लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। टैटू गुदवाने से हार्ट इंजरी का खतरा बढ़ा सकता है। जर्नल ऑफ अप्लाइड फिजियोलॉजी में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, स्किन पर टैटू होने के कारण उसमें पसीना कंट्रोल करने की क्षमता घट जाती है। इससे शरीर का तापमान बढ़ता है। यह हाइपोथर्मिया और हीट हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। रिसर्च कहती है टैटू जितना बड़ा होगा खतरा उतना ही ज्यादा हो सकता है। जर्नल ऑफ अप्लाइड फिजियोलॉजी में प्रकाशित शोध के अनुसार जिस त्वचा पर टैटू बना होता है उसमें पसीना आने की क्षमता कम हो जाती है। इससे शरीर का तापमान कम नहीं हो पाता। शोधकर्ताओं ने कहा, इस शोध के डाटा से पता चलता है कि टैटू बनाने की प्रक्रिया एक्क्रिन ग्रंथि पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है और लंबे समय में यह शरीर के लिए काफी घातक सिद्ध हो सकता है।
इसलिए खतरा बढ़ता है
रिसर्च के मुताबिक, सामान्य पसीना शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें मदद करती हैं शरीर में पाई जाने वाले एक्क्रिन ग्रंथियां। एक्क्रिन ग्रंथियों को नुकसान पसीने की प्रतिक्रिया को बिगाड़ सकता है, जो बदले में गर्मी बढ़ने के जोखिम को बढ़ा सकता है। पिछले अध्ययनों में पाया गया है कि टैटू वाली त्वचा में पसीने में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे पता चलता है कि एक्क्रिन पसीने की नलिकाओं का कार्य कम हो गया है। रिसर्च के दौरान पाया गया कि टैटू बनवाने पर स्किन पर प्रति मिनट 3 हजार पंचर करने की आवश्यकता होती है जिसके परिणामस्वरूप पसीने की ग्रंथि को नुकसान हो सकता है।
ऐसे किया गया शोध
- रिसर्च में ऐसे लोगों को शामिल किया गया जिनके हाथ के ऊपरी और निचले हिस्से में टैटू बना था। इनके हाथों में कम से कम 5.6 वर्ग सेंटीमीटर का टैटू था।
- इन लोगों के शरीर में पसीना पैदा करने के लिए परफ्यूजन सूट पहनाया गया। जिससे तापमान 120 डिग्री फॉरेनहाइट तक पहुंच जाए। रिसर्च के दौरान टैटू वाली और सामान्य स्किन की जांच की गई।
- रिसर्चर्स ने स्किन में ब्लड सर्कुलेशन को जांचने के लिए लेजर तकनीक का प्रयोग किया। उन्होंने पाया कि स्किन पर टैटू होने पर शरीर को तापमान मेंटेन करने में मुश्किलें आती हैं।
- टैटू के कारण कम पसीना आते से शरीर के तापमान में इजाफा होने लगता है। इससे हाइपरथरमिया या हीट हार्टअटैक होने की संभावना बढ़ जाती है। यह हार्टअटैक जानलेवा होता है। यह हार्टअटैक तब होता है जब शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है। इस तरह के हार्टअटैक में जल्द इलाज करने की जरूरत पड़ती है। इस हार्टअटैक से अगर मरीज उबर भी जाता है तो उसके दिल को भारी नुकसान पहुंचता है और दिल को लगी चोट जल्दी ठीक नहीं हो पाती।