दोस्ती का भरोसेमंद रिश्ता हुआ कलंकित, हत्या कर कुल्हाड़ी से किए शव के टुकड़े, मुख्य आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर
By: Ankur Fri, 21 Aug 2020 09:09:18
इस दुनिया में सबसे भरोसेमंद रिश्ता दोस्ती का माना जाता हैं जिसे इंसान खुद चुनता हैं। लेकिन जब इस भरोसे का क़त्ल होता हैं तो सबकुछ बर्बाद हो जाता हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला उत्तरप्रदेश के मेरठ में जहां चार दोस्तों ने मिलकर एक दोस्त की ह्त्या कर दी और लाश के टुकड़े-टुकड़े कर ढाई सौ फीट गहरे बोरवैल में फेंक दिए। शव के टुकड़े बरामद करने के लिए विशेष टीबीएम मशीन मंगवाई गई है। एनडीआरएफ की मदद ली जा रही है। यदि बोरवेल से रूपक का शव बरामद हो जाता है तो मामला हत्या में तरमीम कर दिया जाएगा।
तकरीबन पचास दिन से आईटीआई छात्र रुपक की मां बेटे शव के अवशेष बरमदगी को लेकर धरने पर बैठी है। वहीं जिला प्रशासन ने अब बोरवैल से शव बरामद कराने के लिए अभियान चलाया है। इस सनसनीखेज मर्डर ने एक मां बाप से उनका होनहार बेटा तो छीना ही साथ ही दोस्ती के पवित्र रिश्ते को भी कलंकित किया।
कंकरखेड़ा थानाक्षेत्र के अनूपनगर फाजलपुर निवासी बीस वर्षीय नौजवान रूपक 25 जून को घर से लापता हो गया था। परिजनों के काफी तलाश किए जाने पर भी जब उसका कोई सुराग नहीं लगा तो उन्होंने पुलिस की मदद ली। पुलिस ने छानबीन शुरू की और पीड़ित परिवार द्वारा हत्या की आशंका के तहत उसके कुछ दोस्तों पर शक जताया। पुलिस ने रूपक के तीन दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोस्त के मर्डर का खौफनाक सच्चाई सामने आई, जिसे जानकर परिवार सन्न रह गया।
पुलिस ने जिन तीन दोस्तों को हिरासत में लिया था, उन्होंने पुलिस पूछताछ में हत्या की वारदात को कुबूल कर लिया। साथ ही उन्होंने इस वारदात का पूरा सच उगल दिया। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बताया कि दोस्त विशाल मनीष, निसार, विकास और अमरदीप ने रूपक का अपहरण किया। इसके बाद 27 जून को जंगल में लेजाकर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने दोस्त की बेरहमी से हत्या के बाद कुल्हाड़ी से शव के टुकड़े-टुकड़े किए और जिटोला गांव में ढाई सौ फीट गहरे बोरवैल में फेंक दिए।
बेटे की निर्मम हत्या की बाद से मां मिथिलेश और पिता जसवंत का रो रोकर बुरा हाल है। बेटे का शव बोरवैल से बरामद कराने को लेकर रूपक की मां तकरीबन पचास दिन से धरने पर डटी हैं। मां मिथलेश महिलाओं के साथ पांच दिन से अनशन पर बैठी। जिसके बाद एसीएम व सीओ दौराला ने उन्हें खोदाई का आश्वासन देकर धरने से उठाया।
बेटा तो नहीं रहा लेकिन परिजन टकटकी लगाएं हैं कि कब बेटे के शव के अवशेष बरामद हों और वे उसका अंतिम संस्कार कर सकें। उधर जिला प्रशासन ने रूपक के शव को निकलवाने के लिए 10 से 17 जुलाई तक लगातार ऑपरेशन चलाया गया था। 50 फीट तक पोकलेन मशीन से खुदाई की गई थी, लेकिन जमीन से पानी निकल आने के कारण ऑपरेशन रोक दिया गया था।
जटौला गांव स्थित बोरवेल में पुलिस को रूपक के शव के कुछ अवशेष मिले हैं। शव बरामद कराने के लिए पुलिस अब एनडीआरएफ की मदद ली जा रही है। वहीं अब शव को निकालने के लिए अत्याधुनिक टीबीएम मशीन मंगाई गई है। बोरवैल तक सड़क संकरी होने के कारण टीबीएम नहीं पहुंच पाई, जिसके बाद से टीबीएम को बोरवैल तक लेकर जाने के लिए मशक्कत की जा रही है। वहीं बारिश के कारण भी सर्च आॅपरेशन में बाधा आई है।
पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी विशाल फरार है। उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। हत्या के आरोपी दोस्तों ने बताया कि विशाल रूपक की बहन से छे़ड़छाड़ करता था, जिसके उसने कई बार विरोध किया था। इसके बाद विशाल ने तीन दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या का प्लान बनाया।
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