सावधान!! हैकर्स ने बनाई 'FaceApp' जैसी 'Fake Apps', डाउनलोड कर रहे हैं यूज़र्स, आ रहे है खतरनाक वायरस

By: Pinki Sat, 20 July 2019 1:05:08

सावधान!! हैकर्स ने बनाई 'FaceApp' जैसी 'Fake Apps', डाउनलोड कर रहे हैं यूज़र्स, आ रहे है खतरनाक वायरस

बीते कुछ दिनों में FaceApp पूरी तरह से वायरल हो चुका है। फेसऐप बुढ़ापे वाले फिल्टर की वजह से ज्यादा चर्चा में है। फेसऐप की इस बढ़ती पॉपुलेरिटी की वजह से कुछ लोग ऐप की प्राइवेसी को लेकर सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि इस ऐप को इस्तेमाल करने की शर्तें प्राइवेसी के लिए बेहद ही गंभीर खतरा हैं। वही इसी प्राइवेसी के साथ-साथ एक और चौकाने वाली बात सामने आ रही है। फेस ऐप के पापुलर होते ही हैकर्स ने इसी की तरह ही कुछ 'Fake Apps' बनाई हैं। इस बात की जानकारी सिक्योरिटी फर्म Kaspersky ने दी है। उन्होंने यूज़र्स को चेतावनी दी है कि फेस ऐप की तरह हूबहू दिखने वाली कुछ फर्जी ऐप्स मौजूद हैं, जिससे यूज़र्स की प्राइवेसी, डेटा और सिक्योरिटी को बड़ा खतरा है। Kaspersky के मुताबिक, सिर्फ दो दिनों में 500 लोगों ने फेक ऐप को डाउनलोड कर लिया था। फेक ऐप से जुड़ा पहला मामला 7 जुलाई को सामने आया था। हम यूज़र्स से आग्रह करते हैं कि किसी भी नुकसान से बचने के लिए अनऑफिशियल सोर्स से एप्लिकेशन डाउनलोड ना करें।

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बताया गया कि इन ऐप्स को ऐसे डिज़ाइन किया गया है कि यूज़र्स इसके बहकावे में आसानी से आ सकते हैं और इसे असली ऐप समझकर डाउनलोड कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, जैसे ही यूज़र इसे किसी अनऑफिशियल सोर्स से इंस्टॉल करके डाउनलोड करता है, उसके फोन में MobiDash नाम का ऐडवेयर मॉड्युल आ जाता है, जो कि फोन में विज्ञापन दिखाने लगता है।

सिक्योरिटी को लेकर फेस ऐप इस्तेमाल करना खतरनाक

सिक्योरिटी को लेकर फोर्सपॉइंट के सिक्योरिटी स्ट्रटेजिस्ट Alvin Rodrigues का कहना है कि आपका चेहरा आपका पर्सनल कॉपीराइट है। तो अगर आप फेस ऐप जैसी ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप उसे अपनी डिवाइस, फाइल्स लॉगइन करने की अनुमति दे रहे हैं। जैसे कि बहुत सारी मोबाइल कंपनियां फोन लॉक/अनलॉक करने के लिए फेशियल रिकग्निशन(Facial Recognition) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती हैं।

उन्होंने कहा कि फेशियल पासवर्ड, आपका चेहरा ऐसी चीज़ें हैं जो कभी बदल नहीं सकती। ये पर्सनल है और पर्मानेंट भी। उनका कहना है कि क्लाउड पर अपलोड की जा रही फोटोज़ का हैक होने का खतरा बहुत ज़्यादा है। सोशल मीडिया पर लोग 'फेस ऐप' का इस्तेमाल करके अपने बुढ़ापे की फोटो पोस्ट कर रहे हैं। 2017 में लॉन्च हुआ ये ऐप खूब चर्चा में आ गया है।

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FaceApp गूगल प्ले स्टोर से लेकर ऐपल ऐप स्टोर में फ्री कैटिगरी में नंबर-1 पर बना हुआ है। करोड़ों बार इसे डाउनलोड किया जा चुका है और इसकी रेटिंग भी 4.5 है। ये न सिर्फ एक देश में ट्रेंड कर रहा है, बल्कि दुनिया भर के 121 मुल्कों में नंबर-1 पर बना हुआ है।

इस ऐप का इस्तेमाल करने के लिए जो भी फोटो इस्तेमाल किए जाते हैं वह सीधे फेसऐप के क्लाउड पर स्टोर होते हैं। रूस से जुड़े हुए फेसऐप का कहना है कि वह सिर्फ उन्हीं फोटो को काउल्ड पर लेता है जो कि फिल्टर के लिए अपलोड किए जाते हैं, इसके अलावा वह फोन में मौजूद दूसरे फोटो को काउल्ड पर प्रोसेस नहीं करता। FaceApp के टर्म्स और कंडीशन्स के बारे में बात करे तो इसकी पॉलिसी ये साफ कहती है कि यूजर की फोटोज और डेटा कंपनी के पास रहेगी और इसे विज्ञापन के लिए नहीं बेचा जाएगा। हालांकि यहां ये भी कहा गया है कि अगर इस ग्रुप की कंपनी को इसकी जरूरत पड़े तो वो यूजर का डेटा यूज कर सकती है। FaceApp एक रशियन ऐप है और इसके फाउंडर ने कहा है कि इससे यूजर्स को प्राइवेसी का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा है कि कंपनी यूजर डेटा किसी थर्ड पार्टी को सेल नहीं करती है। अगर यूजर चाहें तो फेस ऐप से अपना डेटा डिलीट भी करा सकते हैं।

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