आज संसद की तरफ कूच करेंगे हजारों किसान, ऐसे हैं सुरक्षा के इंतजाम
By: Priyanka Maheshwari Fri, 30 Nov 2018 08:39:35
अपनी सिर्फ दो मांगों को लेकर विभिन्न राज्यों के किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में आन्दोलन कर रहे है, जहां से आज वे संसद तक मार्च करेंगे। उनकी पहली मांग है कि उन्हें कर्ज से पूरी तरह मुक्ति दी जाए और दूसरी मांग में फसलों की लागत का डेढ़ गुना मुआवजा चाहते हैं। दिल्ली में रात भर ठहरने के बाद करीब 200 संगठनों से जुड़े किसान शुक्रवार यानी आज सुबह संसद की तरफ कूच करेंगे।
किसानों का दिल्ली पहुंचने का सिलसिला बुधवार रात से ही शुरू हो गया था। गुरुवार रात तक रामलीला मैदान में हजारों की संख्या में किसान जमा हो गए थे और अभी भी उनके पहुंचने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को रामलीला में ‘अयोध्या नहीं कर्ज माफी चाहिए’ जैसे नारे सुनाई दिए। मैदान सुबह साढ़े 10 बजे से भरना शुरू हो गया जब दिल्ली और हरियाणा तथा पंजाब के किसान जुटने लगे।
करीब 13 हजार लोग मैदान में पहुंच चुके हैं और कई अब भी रास्ते में हैं। विरोध मार्च के लिए किसान निजामुद्दीन, सब्जी मंडी रेलवे स्टेशन, आनंद विहार टर्मिनल और बिजवासन से आ रहे हैं। स्वराज भारत के अध्यक्ष योगेंद्र यादव 'चलो दिल्ली' बिजवासन टू रामलीला मैदान रैली का नेतृत्व कर रहे हैं। वहीं हरियाणा, राजस्थान और उड़ीसा के किसान भी रैली से जुड़ गए हैं, जबकि महाराष्ट्र और बेंगलुरु से भी किसान आ रहे हैं। मेधा पाटकर और दिग्गज पत्रकार पी. साईनाथ सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रैली को समर्थन दिया है और कहा कि देश में किसानों की हालत इस हद तक बदतर हो चुकी है, जैसी कि पहले कभी नहीं थी।
आंदोलन में जुट रही भीड़ को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। पुलिस ने शुक्रवार को रामलीला मैदान से संसद मार्ग तक किसान मार्च मार्ग में सुरक्षा और यातायात के विशेष प्रबंध किए हैं।
पुलिस की तरफ से बताया गया है कि किसानों के मार्च के दौरान सड़कों के दोनों तरफ रस्सी होगी और दूसरी तरफ पुलिस तैनात होगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि यातायात प्रभावित न हो। राजधानी में यातायात प्रभावित ना हो इसके लिए शुक्रवार को 3500 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को रामलीला मैदान से संसद मार्ग की तरफ किसानों के मार्च शुरू करने के मद्देनजर सुरक्षा के विस्तृत प्रबंध किए गए हैं। पुलिस ने कहा कि किसानों के मार्च के दौरान सड़कों के दोनों तरफ रस्सी होगी और दूसरी तरफ पुलिस तैनात होगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि यातायात प्रभावित नहीं हो।
गौरतलब है कि किसानों के इस आंदोलन को कई वर्गों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन मिल रहा है। गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री और JDS नेता एचडी देवगौड़ा ने रामलीला मैदान में किसानों से मुलाकात की। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले को व्यक्तिगत तौर पर देखने की अपील की।
वहीं तमिलनाडु से आए किसानों के एक समूह ने धमकी दी है कि अगर उन्हें संसद तक मार्च नहीं करने दिया गया तो वे नग्न होकर मार्च करेंगे। पुलिस का अनुमान है कि मार्च के दौरान 10-15 हजार किसान एकत्रित हो सकते हैं।
वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत कई संस्थानों की छात्राएं भी इस आंदोलन को समर्थन दे रही हैं। अखिल भारतीय किसान संघ और अन्य कई संगठन भी शुक्रवार को रामलीला मैदान से संसद तक स्ट्रीट मार्च करेंगे। स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता और सांसद राजू शेट्टी ने 2017 में लोकसभा में दो निजी सदस्य विधेयक पेश किए थे ताकि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर कृषि उत्पादों के लिए उचित दाम की गारंटी और किसानों का कर्ज़ माफ हो सके।