COVID-19 स्पेशल ट्रेनों का इस्तेमाल अब तस्करी के लिए भी किया जा रहा है। यह खुलासा दिल्ली कस्टम की प्रिवेंटिव टीम ने किया है। दरअसल, कस्टम की टीम ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से तस्करी के जरिए लाई गई लाखों रुपए की विदेशी सिगरेट जब्त की है। अब यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि लाखों रुपए कीमत की ये विदेशी सिगरेट दिल्ली में किसके पास पहुंचाई जानी थी। साथ ही तस्करी के इस गोरखधंधे में कौन-कौन से लोग शामिल हैं।
कस्टम के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, प्रिवेंटिव टीम को इंटेलीजेंस इनपुट मिला था कि कोविड स्पेशल ट्रेन के जरिए तस्करी के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इंटेलीजेंस इनपुट में यह भी जानकारी मिली थी कि वाराणसी से आने वाली कोविड स्पेशल ट्रेन के जरिए तस्करी का बड़ा कंसाइनमेंट पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचने वाला है। सूचना के आधार पर, दिल्ली कस्टम की प्रिवेंटिव टीम ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अपना जाल बिछा दिया। वाराणसी से आने वाली कोविड स्पेशल ट्रेन के स्टेशन पहुंचते ही कस्टम की टीम ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। इस ट्रेन से दिल्ली पहुंचे हर बैगेज और पार्सल की तलाशी कस्टम टीम द्वारा की गई।
news18 की खबर के अनुसार कस्टम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तलाशी के दौरान कस्टम की टीम ने 15 गत्ते चिन्हित किए। जिसके भीतर से विदेशी सिगरेट बरामद की गईं। ये सभी सिगरेट रेरिस ब्रांड की है। कस्टम के अनुसार, रेलवे स्टेशन से बरामद की गई 4।5 लाख विदेशी सिगरेट की कीमत करीब 40 लाख रुपए आंकी गई है। कस्टम ने सभी सिगरेट को जब्त कर COTPA ACT 2003 और लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट 2009 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। कस्टम की टीम यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि ये विदेशी सिगरेट वाराणसी कैसे पहुंची और उन्हें दिल्ली किसके पास भेजा जा रहा था।