दिल्ली में क्यों बढ़ा कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा, CM अरविंद केजरीवाल ने बताई वजह
By: Pinki Sun, 28 June 2020 10:46:38
दिल्ली में कोरोना वायरस के पिछले घंटे में 2948 नए मरीज सामने आए। इसके अलावा इस दौरान इलाज से 2210 कोरोना मरीज ठीक भी हुए हैं। अब तक दिल्ली में 49 हजार 301 कोरोना मरीज इलाज से ठीक हो चुके हैं। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 80,188 तक पहुंच गई है। फिलहाल दिल्ली में कोरोना वायरस के एक्टिव केस 28 हजार 329 हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 66 कोरोना मरीजों की मौत भी हुई, जिसके बाद दिल्ली में कोरोना से मौत का कुल आंकड़ा 2,558 तक पहुंच गया है। दिल्ली में कोरोना से बढ़ती मौतों को लेकर शनिवार को सीएम केजरीवाल ने माना कि अस्पतालों में बिस्तरों की कमी के कारण बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़ने लगी, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब ऐसी कोई कमी नहीं है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा, दिल्ली में अभी 13 हजार 500 बेड हैं। इनमें से 6500 अधिग्रहीत किए गए हैं। दिल्ली सरकार रोज 20 हजार टेस्ट करवा रही है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केंद्र ने हमें हाथ पकड़कर चलना सिखाया है।
केजरीवाल ने माना कि शुरुआती दौर में अस्पतालों में लोगों को समय पर इलाज नहीं मिल सका, जिससे ज्यादा मौतें हुईं। उन्होंने कहा कि लोग बेड के लिए यहां-वहां भाग रहे थे। रात-रात भर मेरे पास परेशान लोगों के फोन आते थे और मैंने रात-रात भर जाग कर लोगों के लिए अस्पतालों में बेड की व्यवस्था कराई। हालांकि, अब दिल्ली में हालात बेहतर हैं अभी दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना रोगियों के लिए 13 हजार 500 बेड उपलब्ध हैं इनमें से केवल 6 हजार बेड अभी तक भरे हैं 7 हजार 500 बेड अभी भी खाली हैं। केजरीवाल ने कहा कि सरकार के पास या तो लॉकडाउन जारी रखने या वायरस से लड़ने का विकल्प था और उसने लोगों से सलाह लेने के बाद वाले को चुना। उन्होंने कहा कि सरकार ने होटलों को अस्पतालों से जोड़ने का फैसला किया और इन होटलों में 3,500 बिस्तरों की व्यवस्था की। राधा स्वामी सत्संग परिसर में 2,000 बिस्तरों की व्यवस्था की गई और जल्द ही 10,000 बिस्तरों की व्यवस्था की जायेगी।
केजरीवाल ने कहा कि 15 मई तक वायरस तेजी से फैल गया था और जून के पहले सप्ताह से बिस्तरों और टेस्टिंग की कमी थी इसलिए मृतकों की संख्या बढ़ने लगी। उन्होंने कहा, ‘जून के पहले सप्ताह तक हमने पाया कि दिल्ली में बिस्तरों और टेस्टिंग की कमी है। कमी के कारण कुछ लोगों को बिस्तर नहीं मिल सके और मृतक संख्या बढ़नी शुरू हो गई।’