कोरोना वायरस : लॉकडाउन के लिए WHO ने की भारत की तारीफ़, लेकिन इस बात की जताई चिंता
By: Pinki Thu, 26 Mar 2020 09:25:53
कोरोना वायरस (Coronavirus) की साइकिल को तोड़ने के भारत द्वारा उठाए गए साहसिक लॉकडाउन के कदम की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तारीफ की है। WHO ने कहा कि संकट की इस घड़ी में भारत ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है लेकिन इसके साथ भी आगाह भी किया किया कि अतिरिक्त आवश्यक उपायों के बिना लॉकडाउन खत्म होने के बाद कोरोना वायरस फिर से उभर सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक मिशेल जे रेयान ने कहा कि आवश्यक उपायों, जरूरी सुरक्षाओं को लागू किए बिना, देश का इससे निकलना कठिन हो जाता है। अगर फिर से यह वापस आता है तो यह भारत के सामने एक बड़ी चुनौती होगी। हमारे पास अवसर बहुत कम हैं। डॉक्टर रेयान ने देश की क्षमताओं का विस्तार करने पर जोर दिया और कहा कि भारत उन सभी चीजों को कर रहा है, लेकिन अगले चरण को टालने के लिए अन्य कई विकल्पों पर भी काम करना चाहिए। रेयान कहते है कि भारत में अविश्वसनीय क्षमताएं हैं, लेकिन कुछ अन्य चीजें भी की जानी चाहिए। आपके पास ऐसे केस को खोजने के लिए एक प्रणाली होनी चाहिए, आपको टेस्ट करना होगा। साथ ही आपको इलाज और आइसोलेट करने की अपनी क्षमता बढ़ानी होगी। क्वारनटीन की बेहतर सुविधा होनी चाहिए, अगर यह सब एक जगह होता है तो हम बेहतर कर सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष ट्रेडोस ने कहा कि भारत के पास क्षमता है और यह देखना बहुत अहम और अच्छा है कि भारत शुरुआती उपाय कर रहा है, इसके गंभीर होने से पहले इसे दबाने और नियंत्रित करने में यह मदद करेगा। शुरुआत में ही भारत में लॉकडाउन किए जाने के फैसले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष ट्रेडोस ने कहा कि हम वास्तव में भारत में इस समय जो हो रहा है उसकी सराहना करते हैं। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि इसके फैलने से पहले ही हम इसका खात्मा कर दें। जबकि भारत में अभी सिर्फ 606 मामले ही हैं।
भारत ने चेचक और पोलियो को खत्म किया
डब्ल्यूएचओ टास्क फोर्स के प्रतिनिधियों ने भारत का दौरा करने के दौरान पाया था कि भारत एक बड़ा देश है और किसी महामारी से निपटने के लिए कोई एक तरीका कारगर नहीं होता। इसलिए यह ज़रूरी है कि भारत जनस्वास्थ्य के स्तर पर बड़े और सख़्त कदम उठाए और सोसाइटी के स्तर पर इसे रोकने, नियंत्रित करने की कोशिश करे। उन्होंने कहा, "भारत ने दो गंभीर बीमारियों, चेचक और पोलियो से लड़ने में भी काफी अहम भूनिका निभाई थी। चेचक वो गंभीर बीमारी थी जिसकी वजह से हजारों लोगों की मौतें हुईं। जो दुनिया की सारी लड़ाइयों में हुई मौतों से भी ज़्यादा थीं।"