कानपुर के बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या करने वाला मोस्ट वॉन्टेड अपराधी विकास दुबे पांच दिन बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। पुलिस उसकी तलाश में आकाश-पाताल एक किए हुए हैं। विकास दुबे के दिल्ली-एनसीआर में छिपे होने और मूवमेंट करने के प्रमाण मिलने पर एसटीएफ (STF) और पुलिस की कई टीमें उसकी यहां सरगर्मी से तलाश कर रही हैं। बुधवार सुबह पुलिस ने दबिश दे कर हरियाणा के फरीदाबाद के एक घर से विकास दुबे के तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तीनों अपराधियों में से एक को यूपी पुलिस अपने साथ ट्रांजिट रिमांड पर ले गई है। जबकि दो फरीदाबाद पुलिस की कस्टडी में हैं। फरीदाबाद पुलिस के मुताबिक पकड़े गए इन तीन गुर्गों में से एक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
वहीं बुधवार को ही एसटीएफ और पुलिस की टीम ने बिकरू गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने विकास दुबे के घर के आस-पास मौजूद तीन कुओं की भी तलाशी ली। दरअसल पुलिस को यह आशंका है कि बीते गुरुवार की देर रात वारदात को अंजाम देने के बाद भागने के दौरान विकास और उसके गुर्गों ने अपने हथियारों को इन कुओं में फेंक दिया है।
One of the three men who were arrested earlier today after a raid was conducted at a house on receiving inputs of presence of #VikasDubey, has tested positive for #COVID19: Faridabad police, Haryana https://t.co/5HyZFYNgqi
— ANI (@ANI) July 8, 2020
वहीं, पुलिस ने चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि तिवारी और शर्मा दोनों ही मुठभेड़ के वक्त बिकरु गांव में मौजूद थे। लेकिन, जैसे ही एनकाउंटर शुरू हुआ, दोनों भाग गए थे। एसएसपी दिनेश प्रभु ने बताया कि जांच में सामने आया है कि विनय तिवारी और केके शर्मा ने विकास दुबे को रेड की जानकारी दी थी।
वहीं इस मामले में जमीन पर अवैध कब्जे की जांच के लिए एडीएम के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है। कानपुर के जिलाधिकारी देव राम तिवारी ने बुधवार को बताया कि यह टीम विकास दुबे द्वारा कब्जा जमाई गई जमीनों के मामले की जांच करेगी। इससे पहले बुधवार सुबह एसटीएफ ने हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के राइट हैंड माने जाने वाले अमर दुबे को हमीरपुर जिले में हुए एनकाउंटर में ढेर कर दिया। मारे गए अमर दुबे पर पचास हजार रुपए का इनाम घोषित था।
एडीजी पुलिस प्रशांत कुमार ने बुधवार शाम मीडिया को बताया कि मुठभेड़ में गोलीबारी के दौरान एक इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल भी घायल हो गए। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस ने विकास दुबे के छह गुर्गों को भी गिरफ्तार किया है।