आपसी विवाद बोलचाल तक ही रहें तो अच्छा हैं अन्यथा इसके आगे बढ़ने पर परिणाम दुखद हो सकते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला पंजाब के चंडीगढ़ में जहां आपसी विवाद ने खूनी रूप धारण कर लिया और युवक के सिर में गोली मार दी गई। इसको लेकर थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा छह से अधिक लोगों के खिलाफ ह्त्या का मामला दर्ज किया गया हैं और आरोपियों की तलाश की जा रही हैं। इस मामले में सिर में गोली लगने से स्कोडा कार सवार ललित कुमार की मौत हो गई।
फाइनेंस का काम करने वाला ललित कुमार अपने दो अन्य साथियों समेत स्कोडा कार पर सवार होकर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के नजदीक से गुजर रहा था। इस दौरान स्कार्पियो समेत तीन गाड़ियों में सवार युवकों ने उसे घेर लिया और आगे वाले शीशे को बेसबाल से फोड़ कर आठ फायर किए। एक फायर ललित के सिर पर लगा। उसके दो साथी गोलियों के छरे लगने से घायल हो गए थे।
सिर में गोली लगने से घायल ललित को एक प्राइवेट अस्पताल से पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। चंडीगढ़ ले जाते समय उसने रास्ते में ही दम तोड दिया। डीएसपी (डी) परमजीत सिंह ने बताया कि थाना सिविल लाइन पुलिस ने मृतक ललित के पिता मेहर चंद के बयान पर आरोपी लाली मौड समेत छह से अधिक युवकों पर हत्या का केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं प्राइवेट अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, मृतक के दोनों साथी भी गंभीर घायल हैं।
ललित की बहन प्रीती ने बताया कि उसका भाई पहले एक प्राइवेट बैंक में काम करता था। कोरोना कारण लगे लॉकडाउन के चलते उसके भाई की नौकरी चली गई थी। इस पर वह प्राइवेट तौर पर फाइनेंस का काम करता था। उसने बताया कि जब उसे पता चला कि उसका भाई गुंडा किस्म के युवकों के साथ बैठने उठने लगा है तो उसने उसे बहुत समझाया कि भाई तुम्हारा अभी बच्चा छोटा है, तुम ऐसे गुंडा लोगों के साथ दोस्ती मत रखो। मृतक की मां उषा रानी ने बताया कि ललित के एक बारह वर्षीय बच्चा है। ललित की किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं थी और न ही उस पर कभी कोई पुलिस केस दर्ज हुआ था।