बुलंदशहर हिंसा: सुबोध कुमार सिंह की हत्या मामले में एक और आरोपी गिरफ्तार, कुल्हाड़ी से किया था इंस्पेक्टर पर वार
By: Priyanka Maheshwari Tue, 01 Jan 2019 1:50:25
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Violence) के 25 दिन बाद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) के हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने इंस्पेक्टर की हत्या मामले में प्रशांत नट को गिरफ्तार करने के बाद एक अन्य आरोपी कलुआ को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि हिंसा वाले दिन आरोपी कलुआ ने कुल्हाड़ी से इंस्पेक्टर को गंभीर रूप से घायल किया था। जिसके बाद प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी। पुलिस आरोपी को आज कोर्ट में पेश करेगी। बता दें, स्याना हिंसा मामले मे अब तक 29 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं मामले में मुख्य आरोपी बजरंग दल का जिला संयोजक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
पुलिस-प्रशासन के खिलाफ गुस्सा
उधर बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिसिया कार्रवाई से स्थानीय ग्रामीणों में पुलिस-प्रशासन के खिलाफ गुस्सा फूट गया है। आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को बीजेपी विधायक देवेन्द्र सिंह लोधी को 3 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। मामला बुलन्दशहर के स्याना कोतवाली थाना क्षेत्र के चिंगरावटी गांव का है। जहां, ग्रामीणों ने स्याना के बीजेपी विधायक देवेन्द्र सिंह लोधी को बंधक बना लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने स्याना हिंसा को लेकर की जा रही पुलिस कार्रवाई से नाराज होकर विधायक को जमकर खरी खोटी सुनाई।
हिंसा के दौरा मारे गए सुमित कुमार नामक युवक के पिता अमरजीत सिंह ने बताया कि विधायक को तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया है। क्योंकि हम लोगों को पुलिस-प्रशान पर से विश्वास उठ गया है। उनकी माने तो उनका बेटे ने मरने से पहले बयान दिया था इंस्पेटक्टर सुबोध ने उसके सीने में गोली मारी थी। वहीं, विधायक का कहना है कि ग्रामीणों की मांग है कि हिंसा की जांच सीबीआई से कराई जाए। क्योंकि पुलिस ग्रामीणों को जांच के नाम पर परेशान कर रही है। विधायक की मानें तो वे सीएम योगी के सामने ग्रामीणों की समस्याओं को रखेंगे।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस निर्दोष लोगों को इंस्पेक्टर सुबोध का हत्यारोपी बनाकर जेल भेज रही है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीबीआई जांच एवं निर्दोष ग्रामीणों की गिरफ्तारी न करने की मांग की। विधायक द्वारा आश्वसान देने के बाद उन्हें छोड़ा गया। हालांकि, बीजेपी विधायक भी दावा कर रहे है कि पुलिस की जांच गिरगिट की तरह रंग बदल रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ के आश्वासन के बाद भी अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है।