अब समय आ गया है पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने का, उन्हें भी दर्द महसूस कराना चाहिए : सेना प्रमुख
By: Priyanka Maheshwari Sun, 23 Sept 2018 08:58:43
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत Bipin Rawat ने पाक सेना की बीएसएफ जवान के साथ की गई बर्बरता पर शनिवार को कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब समय आ गया है पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने का। सेना प्रमुख ने कहा, 'आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना की बर्बरताओं का बदला लेने के लिए हमें कठोर कार्रवाई करनी होगी। हां, अब समय आ गया है बिना बर्बरता का सहारा लिए हमें पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना होगा। लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें भी ऐसा ही दर्द महसूस कराना चाहिए।'
जम्मू कश्मीर में बीएसएफ के एक जवान के शव से हैवानियत की घटना के मुद्दे पर सेना प्रमुख ने कहा कि इस तरह का कृत्य अस्वीकार्य है और बिना बर्बरता के इसका बदला लिए जाने की जरूरत है।
इसके साथ ही सेनाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि भारत व भारतीय सेना पाकिस्तान से किसी तरह की धमकी से डरने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि धमकी से डर गए तो फिर आगे क्या करेंगे। भारत या सेना धमकियों से डरने वाली नहीं है।'’ इसके साथ ही रावत ने दावा किया कि 2016 में उरी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक की घटना अपनी तरह की पहली कार्रवाई थी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका जो कभी पाकिस्तान का सगा संबंधी था, आज जिस तरीके से पाकिस्तान पर हावी हुआ है, यह ऐसे ही नहीं हुआ है। हमारी सरकार उसे अलग-थलग करने में काफी हद तक कामयाब हुई है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार सेना का पूरा सहयोग कर रही है जिसे अपनी कार्रवाइयों को अंजाम देने की छूट है। हथियार खरीद प्रक्रिया में देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि आधुनिक साजो सामान व हथियार सेनाओं की जरूरत हैं लेकिन खरीद में देरी का मतलब यह नहीं कि सेनाएं सामान्य रूप में काम नहीं कर सकतीं। हालांकि उन्होंने कहा कि खरीद में देरी अच्छी नहीं है।
सेना प्रमुख ने कहा कि सेना में रोबोट प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ाने पर विचार चल रहा है। उल्लेखनीय है कि सेना का संयुक्त कमांडर सम्मेलन इसी माह जोधपुर में होना है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाग ले सकते हैं। रावत हाइफा डे परेड का निरीक्षण करने लिए यहां आए थे। वह दक्षिण पश्चिमी सेना कमान भी गए जहां लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन ने उन्हें अभियानगत व अन्य मुद्दों की जानकारी दी।
भारत की 'अहंकारी और नकारात्मक' प्रतिक्रिया से मैं निराश हूँ
भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली प्रस्तावित बैठक के रद्द होने के एक दिन बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को कहा कि 'शांति वार्ता' के प्रति भारत की 'अहंकारी और नकारात्मक' प्रतिक्रिया से वो निराश हैं।
इमरान खान ने एक ट्वीट में कहा, ‘शांति वार्ता फिर से शुरू किए जाने के लिए मेरे आह्वान पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक रूख से निराश हूं।’ भारत द्वारा बैठक रद्द किये जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘हालांकि मैंने अपने पूरे जीवन देखा है कि छोटे लोग बड़े पदों पर आसीन रहे हैं और उनके पास बड़ी तस्वीर देने का दृष्टिकोण नहीं हैं।’
कांग्रेस का जवाब - ...सूप बोले तो बोले, छलनी क्या बोले जिसमें एक हजार छेद हैं
पाकिस्तानी Pakistani प्रधानमंत्री इमरान खान Imran Khan द्वारा भारत सरकार के बारे में दिए बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस Congress ने कहा कि इमरान वहां की सेना और आईएसआई के मुखौटा हैं। उन्हें भारत की सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Narendrs Modi के बारे में ‘अपशब्द’ कहने का कोई अधिकार नहीं है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'इमरान का जवाब देते हुए कहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बारे में हम सिर्फ यही कहेंगे सूप बोले तो बोले, छलनी क्या बोले जिसमें एक हजार छेद हैं। जो आतंकवाद का जन्मदाता हैं उस पाकिस्तान को कोई अधिकार नहीं है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्द बोले। यह हमें कभी स्वीकार नहीं हो सकता।'
उन्होंने कहा, ‘भारत एक ऐसा देश है जहां हमेशा शांति और भाईचारा पनपा है। जबकि पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया है। वहां की सरकार और इमरान खान सेना एवं आईएसआई का मुखौटा है। इमरान कश्मीर की राग अलाप रहे हैं। हम उनकी बात को खारिज करते हैं।’